पिछले कुछ वर्षों में, फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री ने कई जीवन रक्षक दवाओं के अनूठे आविष्कारों के साथ तेजी से वृद्धि की है। मेडिकल साइंस लगातार उत्कृष्ट रिसर्च और नई तकनीकों के साथ उन्नति कर रहा है, जिससे फार्मास्युटिकल क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। यदि आप इस क्षेत्र में अच्छी नॉलेज प्राप्त करने और एक पेशेवर करियर की शुरुआत करने की योजना बना रहे हैं, तो डी फार्मेसी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
डी फार्मेसी (Diploma in Pharmacy) एक 1-2 साल का डिप्लोमा कोर्स है, जो छात्रों को दवाओं की बुनियादी जानकारी, उनके निर्माण, गुणवत्ता नियंत्रण और बिक्री के बारे में शिक्षित करता है। यह कोर्स खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री में एक ठोस आधार तैयार करना चाहते हैं। इसमें शामिल विषयों में फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री और ह्यूमन एनाटॉमी शामिल हैं।
यह कोर्स भारत और विदेशों में विभिन्न प्रमुख विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किया जाता है। कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र कंसलटेंट फार्मासिस्ट, क्लिनिकल फार्मासिस्ट, डिस्पेंसरी फार्मासिस्ट, और कम्युनिटी फार्मासिस्ट जैसे विभिन्न करियर विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं। फार्मास्युटिकल उद्योग में यह कोर्स आपके लिए शानदार करियर संभावनाएं खोल सकता है।
विवरण | जानकारी |
कोर्स | डी फार्मेसी |
फुल फॉर्म | Diploma in Pharmacy |
अवधि | 1-2 साल |
कोर्स लेवल | डिप्लोमा |
योग्यता | PCB के साथ 10+2 |
फीस | लगभग INR 45,000-1 लाख प्रति वर्ष |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट/ प्रवेश परीक्षा द्वारा आधारित |
करियर अवसर | 1. कंसलटेंट फार्मासिस्ट2. क्लिनिकल फार्मासिस्ट3. डिस्पेंसरी फार्मासिस्ट4. कम्युनिटी फार्मासिस्ट5. अस्पताल फार्मासिस्ट6. मैनेजमेंट टेक्निशियन |
सैलरी (भारत में) | INR 5-10 लाख/प्रति वर्ष |
सैलरी (विदेशों में) | INR 30-35 लाख/प्रति वर्ष |
टॉप भर्ती कंपनियां | 1. Johnson & Johnson2. Pfizer3. Roche4. Novartis5. Merck & Co.6. GlaxoSmithKline7. Sanofi8. Abbvie |
डी फार्मेसी क्या है?
डी फार्मेसी (D.Pharm) का फुल फॉर्म “डिप्लोमा इन फार्मेसी” है। यह एक डिप्लोमा प्रोग्राम है जिसे विशेष रूप से फार्मेसी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 साल की होती है और इसमें फार्मास्युटिकल साइंसेस, फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्मास्युटिक्स, फार्माकोलॉजी और अस्पताल एवं क्लीनिकल फ़ार्मेसी जैसे विषयों का अध्ययन किया जाता है।
डी फार्मेसी कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र एक पंजीकृत फार्मासिस्ट के रूप में फार्मेसी काउंसिल में पंजीकरण कर सकते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि फार्मास्युटिकल कंपनियां, अस्पताल, क्लीनिक, और दवा वितरण की दुकानों में। यह कोर्स फार्मास्युटिकल क्षेत्र में करियर की पहली सीढ़ी के रूप में कार्य करता है।
डी फार्मेसी कोर्स के प्रकार
डी फार्मेसी कोर्स दो प्रमुख प्रकार के होते हैं:
- बेसिक डी फार्मेसी कोर्स
- एडवांस डी फार्मेसी कोर्स।
बेसिक डी फार्मेसी कोर्स
उद्देश्य: छात्रों को दवाओं की बुनियादी जानकारी और उनके उपयोग की प्रक्रिया से परिचित कराना।
सामग्री:
- दवाओं की संरचना
- गुणवत्ता नियंत्रण
- दवाओं का उत्पादन और बिक्री प्रक्रिया
- रोगों के इलाज में दवाओं का उपयोग
- दवाओं की मात्रा, उपयोग के तरीके और सावधानियाँ
एडवांस डी फार्मेसी कोर्स
उद्देश्य: डी फार्मेसी में विशेषज्ञता प्राप्त करना और नई प्रौद्योगिकियों और विधियों पर गहन ज्ञान प्राप्त करना।
सामग्री:
- विभिन्न उत्पादन प्रक्रियाएं
- दवाओं की नई प्रौद्योगिकियां
- नवीनतम उत्पादन विधियां और तकनीकें
- गुणवत्ता नियंत्रण के नए मानक
- औषधीय उत्पादों की विशेषताएं
- तकनीकी संकेत और विश्लेषण
डी फार्मेसी क्यों करें?
डी फार्मेसी (Diploma in Pharmacy) करने के कई फायदे हैं, जो इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए इसे एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं:
- करियर के अवसर: डी फार्मेसी करने के बाद, आप एक पंजीकृत फार्मासिस्ट बन सकते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं, जैसे कि अस्पताल, क्लीनिक, फार्मास्युटिकल कंपनियां, और खुद की दवा की दुकान खोल सकते हैं।
- कम अवधि में पेशेवर कोर्स: डी फार्मेसी एक 2 साल का डिप्लोमा कोर्स है, जो कम समय में आपको फार्मेसी के क्षेत्र में काम करने के लिए तैयार करता है। यह उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो जल्दी से करियर शुरू करना चाहते हैं।
- उच्च मांग: फार्मासिस्ट की मांग लगातार बढ़ रही है, खासकर स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के साथ। आप विभिन्न प्रकार के दवाओं के वितरण, चिकित्सा प्रबंधन, और रोगियों को दवाओं के उपयोग के बारे में परामर्श देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
- आत्मनिर्भरता: डी फार्मेसी की डिग्री के बाद आप अपनी खुद की दवा की दुकान खोल सकते हैं, जिससे आप एक उद्यमी बन सकते हैं और अपने करियर में आत्मनिर्भरता प्राप्त कर सकते हैं।
- आगे की पढ़ाई के अवसर: डी फार्मेसी के बाद, आप बी.फार्म (Bachelor of Pharmacy) या एम.फार्म (Master of Pharmacy) जैसे उच्च शिक्षा के विकल्प चुन सकते हैं, जिससे आपके करियर के अवसर और भी बढ़ जाते हैं।
- सरकारी नौकरियों में अवसर: डी फार्मेसी के बाद आप सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और फार्मास्युटिकल विभागों में नौकरी पा सकते हैं, जहां अच्छी वेतन और स्थिरता होती है।
डिप्लोमा इन फार्मेसी करने के लिए आवश्यक स्किल्स
डिप्लोमा इन फार्मेसी (D.Pharm) के लिए आवश्यक स्किल्स फार्मासिस्ट बनने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। ये स्किल्स न केवल दवा वितरण और प्रिस्क्रिप्शन के सुरक्षित और सटीक प्रोसेसिंग में मदद करते हैं, बल्कि फार्मास्युटिकल न्यायशास्त्र और नैदानिक परीक्षणों से संबंधित आवश्यकताओं की समझ भी प्रदान करते हैं।
यहां डी फार्मेसी के छात्रों के लिए आवश्यक प्रमुख स्किल्स का उल्लेख किया गया है:
- खाद्य एवं औषधि अधिनियम (FDA) के अनुसार सटीक रिकॉर्ड रखना: दवाओं के वितरण और प्रिस्क्रिप्शन की प्रोसेसिंग में सटीकता और जवाबदेही बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- प्रिस्क्रिप्शन का सुरक्षित और सटीक प्रोसेसिंग: फार्मासिस्ट को प्रिस्क्रिप्शन की सटीकता सुनिश्चित करनी होती है और यह भी देखना होता है कि कोई भी त्रुटि न हो।
- दवाओं का वितरण और भंडारण: दवाओं के सही तरीके से भंडारण और वितरण की प्रक्रिया की जानकारी होनी चाहिए ताकि उनकी गुणवत्ता बनी रहे।
- खरीदारी, मर्चेंडाइजिंग और इन्वेंटरी कंट्रोल: इन्वेंटरी मैनेजमेंट और मर्चेंडाइजिंग के ज्ञान से फार्मासिस्ट यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध हों और सही तरीके से स्टॉक की गई हों।
- ड्रग अप्रूवल प्रोसेस की जानकारी: नई दवाओं के परीक्षण, जांच, और रेगुलेटरी अप्रूवल की प्रक्रिया की जानकारी होना आवश्यक है।
- फार्मास्युटिकल न्यायशास्त्र: फार्मास्युटिकल कानूनों और नैतिकता का ज्ञान होना चाहिए ताकि सभी कार्यवाही कानूनी और नैतिक रूप से सही हो।
- पेशेंट प्रोवाइडर रिलेशन: रोगियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना, उनकी जरूरतों को समझना, और उन्हें उचित सलाह देना जरूरी है।
- नारकोटिक्स कंट्रोल: नारकोटिक्स के नियंत्रण के नियमों का पालन करना और यह सुनिश्चित करना कि उनका दुरुपयोग न हो।
- थर्ड पार्टी बिलिंग: बीमा कंपनियों और अन्य थर्ड पार्टी संस्थाओं के साथ बिलिंग के प्रोसेस को संभालने की क्षमता होनी चाहिए।
- कंप्यूटर प्रोसेसिंग: आधुनिक फार्मेसी में कंप्यूटर सिस्टम का व्यापक उपयोग होता है, इसलिए कंप्यूटर प्रोसेसिंग की अच्छी समझ होनी चाहिए।
डी फार्मेसी के विषय
डी फार्मेसी कोर्स के अंतर्गत छात्रों को फार्मास्युटिकल के बेसिक कॉन्सेप्ट्स की गहन शिक्षा प्रदान की जाती है। यह कोर्स भारत और विदेशों के विभिन्न प्रमुख विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किया जाता है, इसलिए सिलेबस में मामूली भिन्नताएँ हो सकती हैं। नीचे दी गई तालिका में कुछ प्रमुख विषय की जानकारी दी गई है:
विषय | |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री | बायोकेमिस्ट्री और क्लिनिकल फिजियोलॉजी |
फार्माकोलॉजी और टॉक्सिकोलॉजी | हॉस्पिटल और क्लिनिकल फार्मेसी |
ह्यूमन एनाटॉमी साइंस और फिजियोलॉजी | फार्मास्युटिकल न्यायशास्त्र |
मेडिसिन | हेल्थ एजुकेशन और कम्युनिटी फार्मेसी |
ड्रग स्टोर और बिजनेस मैनेजमेंट | एडवांस्ड फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री |
फार्माकोग्नॉसी | क्लिनिकल बायो-केमिस्ट्री |
डी फार्मेसी का सम्पूर्ण सिलेबस
डी फार्मेसी का सम्पूर्ण सिलेबस आमतौर पर दो वर्षों में विभाजित होता है, जिसमें पहले और दूसरे वर्ष के लिए अलग-अलग विषय और उनके विवरण होते हैं। यहाँ एक संक्षिप्त और विस्तृत सिलेबस प्रस्तुत किया गया है:
प्रथम वर्ष
फार्मास्युटिक्स – I | – इंट्रोडक्शन टू डिफरेंट डोसेज फॉर्म्स- मैट्रोलोजी- पैकेजिंग ऑफ फार्मास्युटिकल- साइज सेपेरशन बाय शिफ्टिंग- क्लैरिफिकेशन एंड फिल्ट्रेशन |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री – I | – एसिड, बेस एंड बफर्स- एंटीऑक्सिडेंट्स- गैस्ट्रोइंटेस्टिनल एजेंट्स- टोपिकल एजेंट्स- डेंटल प्रोडक्ट्स- डेफिनिशन, हिस्ट्री एंड स्कोप- फार्मास्युटिकल एड्स- वेरियस सिस्टम ऑफ क्लासिफिकेशन ऑफ ड्रग्स एंड नेचुरल ओरिजिनल- अडल्ट्रेशन एंड ड्रग इवेलुएशन |
बायोकैमिस्ट्री और क्लिनिकल पैथोलॉजी | – इंट्रोडक्शन टू बायोकैमिस्ट्री- कार्बोहाइड्रेट्स- लिपिड्स- विटामिन्स- एंजाइम्स- थेरप्यूटिक्स |
ह्यूमन एनाटॉमी और फिजियोलॉजी | – स्कोप ऑफ एनाटॉमी एंड फिजियोलॉजी- एलीमेंट्री टिश्यू- स्केलटल सिस्टम्स- कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम्स- रेस्पिरेटरी सिस्टम्स- मस्कुलर सिस्टम्स |
हेल्थ एजुकेशन और कम्युनिटी फार्मेसी | – कांसेप्ट ऑफ हेल्थ- न्यूट्रिशन एंड हेल्थ- फर्स्ट एड- एनवायरनमेंट एंड हेल्थ- फंडामेंटल प्रिंसिपल्स ऑफ माइक्रोबायोलॉजी- कम्युनिकेबल डिजीज़ |
दूसरा वर्ष
फार्मास्युटिक्स – II | – डिस्पेंसिंग- विभिन्न खुराक के रूपों का अध्ययन- फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग- डिस्पेंसिंग उपकरण |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री – II | – ऑर्गैनिक केमिस्ट्री- औषधीय एजेंट्स का संश्लेषण- बॉयोमॉलिक्यूल्स- हेट्रोसायकलिक कंपाउंड्स |
फार्माकोलॉजी और टॉक्सिकोलॉजी | – ड्रग्स का कार्य और प्रभाव- तंत्रिका तंत्र- कार्डियोवस्कुलर सिस्टम- रेस्पिरेटरी सिस्टम- टॉक्सिकोलॉजी |
फार्मास्युटिकल जुरिसप्रूडेंस | – फार्मेसी कानून- ड्रग रेगुलेशन- एथिकल मुद्दे- फार्मास्यूटिकल प्रैक्टिस के लिए कानूनी नियम |
हॉस्पिटल एंड क्लिनिकल फार्मेसी | – हॉस्पिटल फार्मेसी के कार्य- रोगियों के साथ बातचीत- दवाओं की निगरानी- अस्पताल में फार्मेसी की भूमिका |
ड्रग स्टोर और बिज़नेस मैनेजमेंट | – बिज़नेस मैनेजमेंट के सिद्धांत- स्टोर कीपिंग- इन्वेंटरी मैनेजमेंट- ड्रग्स की खरीद और बिक्री |
डी फार्मा करने के फायदे
डी फार्मा (Diploma in Pharmacy) करने के कई फायदे हैं, जिनमें प्रमुख निम्नलिखित हैं:
- स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रवेश: डी फार्मा आपको फार्मेसी के क्षेत्र में प्रवेश का एक ठोस आधार प्रदान करता है, जिसमें दवाओं के निर्माण, वितरण, और उपयोग की जानकारी होती है।
- अवसर की विविधता: आप विभिन्न प्रकार की जॉब प्रोफाइल्स में काम कर सकते हैं, जैसे कि फार्मासिस्ट, क्लिनिकल फार्मासिस्ट, हॉस्पिटल फार्मासिस्ट, और फार्मेसी असिस्टेंट।
- स्वतंत्र प्रैक्टिस: डी फार्मा करने के बाद आप अपने फार्मेसी प्रैक्टिस को स्वतंत्र रूप से संचालित कर सकते हैं, जिसमें आप अपना खुद का फार्मेसी स्टोर खोल सकते हैं।
- स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में योगदान: आप दवाओं के उचित उपयोग और वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे मरीजों की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होता है।
- उच्च शिक्षा के लिए आधार: डी फार्मा एक अच्छा आधार बनाता है यदि आप आगे चलकर बैचलर या मास्टर डिग्री में दाखिला लेना चाहते हैं, जैसे कि B.Pharm या M.Pharm।
- आर्थिक स्थिरता: फार्मासिस्ट्स की मांग हमेशा बनी रहती है, और इस क्षेत्र में करियर को स्थिर और लाभकारी माना जाता है।
- विविधता में करियर विकल्प: डी फार्मा के बाद आप विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं, जैसे कि फार्मास्यूटिकल कंपनियाँ, हॉस्पिटल्स, क्लिनिक्स, और सरकारी संस्थान।
- सामाजिक प्रतिष्ठा: फार्मासिस्ट के रूप में काम करने से आप समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और आपकी पेशेवर प्रतिष्ठा बढ़ती है।
विदेश में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज
विदेश में डी फार्मेसी (Diploma in Pharmacy) की पेशकश करने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज निम्नलिखित हैं:
कनाडा
- University of British Columbia (UBC)
- University of Toronto
- University of Alberta
- Ryerson University
- University of Waterloo
अमेरिका
- University of Southern California (USC)
- University of California, San Francisco (UCSF)
- University of Illinois at Chicago
- Purdue University
- Ohio State University
ऑस्ट्रेलिया
- University of Sydney
- Monash University
- University of Queensland
- University of Melbourne
- University of Western Australia
यूके (United Kingdom)
- University of London
- King’s College London
- University of Manchester
- University of Edinburgh
- University of Nottingham
नीदरलैंड्स
- Utrecht University
- University of Groningen
- Leiden University
- Vrije Universiteit Amsterdam
सिंगापुर
- National University of Singapore (NUS)
- Singapore Polytechnic
भारत में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाली टॉप यूनिवर्सिटी
भारत में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाली प्रमुख यूनिवर्सिटीज और संस्थान निम्नलिखित हैं:
- दिल्ली विश्वविद्यालय (University of Delhi)
- पुणे विश्वविद्यालय (Savitribai Phule Pune University)
- जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (JNTU)
- जामिया हमदर्द (Jamia Hamdard)
- रायपुर विश्वविद्यालय (Pt. Ravishankar Shukla University)
- डॉ. एच.एस. गिल कॉलेज ऑफ फार्मेसी (Dr. H. S. Gills College of Pharmacy)
- कर्णाटका विश्वविद्यालय (Karnataka University)
- एमजीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी (MGM College of Pharmacy)
- नारायण मेडिकल कॉलेज (Narayan Medical College)
- साइबराबाद कॉलेज ऑफ फार्मेसी (Cyberabad College of Pharmacy)
- मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, कर्नाटक
- डीआईटी विश्वविद्यालय, उत्तराखंड
- जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, ऊटी
- देवभूमि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस
- ओम साई पैरामेडिकल कॉलेज
- आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज
- ग्रांट मेडिकल कॉलेज
- इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- MS रमैया मेडिकल कॉलेज
- जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER)
डी फार्मेसी के लिए योग्यता
डी फार्मेसी (डिप्लोमा इन फार्मेसी) के लिए योग्यता इस प्रकार होती है:
शैक्षिक योग्यता:
- 10+2 पास: आपको विज्ञान विषय (जैसे भौतिकी, रसायनशास्त्र, और जीवविज्ञान) के साथ 10+2 (हाई स्कूल) पास होना चाहिए। कुछ संस्थानों में गणित भी आवश्यक हो सकता है।
उम्र सीमा:
- आमतौर पर, उम्र की कोई विशेष सीमा नहीं होती, लेकिन कुछ संस्थान विशेष श्रेणियों के लिए उम्र की सीमा निर्धारित कर सकते हैं।
प्री-फार्मेसी एंट्रेंस टेस्ट:
- कुछ संस्थान डी फार्मेसी के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित कर सकते हैं। आपको परीक्षा की तिथियों और शर्तों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी होगी और यदि आवश्यक हो तो परीक्षा में शामिल होना होगा।
विशेषताएँ:
- पेशेवर योग्यता: कुछ संस्थान पेशेवर योग्यता की भी मांग कर सकते हैं, जैसे संबंधित क्षेत्र में अनुभव या कौशल।
- स्थानीय या राज्यीय नियम: विभिन्न राज्यों और विश्वविद्यालयों के अलग-अलग नियम हो सकते हैं, जिनके अनुसार आप योग्य हो सकते हैं।
अन्य आवश्यकताएँ:
- स्वास्थ्य प्रमाणपत्र: कुछ संस्थान स्वास्थ्य प्रमाणपत्र की भी मांग कर सकते हैं।
- नैतिकता और व्यवहार: अच्छे नैतिक व्यवहार और पेशेवर आचरण की उम्मीद की जाती है।
भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालयों में डी फार्मेसी या किसी अन्य पाठ्यक्रम के लिए आवेदन प्रक्रिया आमतौर पर इस प्रकार होती है:
- रजिस्ट्रेशन: सबसे पहले, अपनी चुनी हुई विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- लॉगिन: रजिस्ट्रेशन के बाद, आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा। इस जानकारी का उपयोग करके वेबसाइट में साइन इन करें।
- कोर्स का चयन: साइन इन करने के बाद, अपने द्वारा चुने गए पाठ्यक्रम का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- आवेदन फॉर्म भरें: आवेदन फॉर्म में अपनी शैक्षिक योग्यता, वर्ग, और अन्य आवश्यक जानकारी भरें।
- आवेदन शुल्क का भुगतान: आवेदन फॉर्म भरने के बाद, आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। यह शुल्क ऑनलाइन या विश्वविद्यालय द्वारा निर्दिष्ट तरीके से भरा जा सकता है।
- प्रवेश परीक्षा (यदि लागू हो): यदि आपके चुने हुए पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश परीक्षा आवश्यक है, तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें। परीक्षा के बाद, परिणामों का इंतजार करें और फिर काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लें।
- चयन और काउंसलिंग: प्रवेश परीक्षा के अंकों के आधार पर आपका चयन किया जाएगा। चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी और काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए सूचित किया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेश में डी फार्मेसी पढ़ाई के लिए आवश्यक दस्तावेज़ निम्नलिखित हैं:
- आधिकारिक अकादमिक ट्रांसक्रिप्ट्स: आपकी पूर्व शिक्षा के सभी पाठ्यक्रमों और अंकों के विवरण वाली आधिकारिक प्रतियां।
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी: पासपोर्ट का स्पष्ट स्कैन किया हुआ प्रति।
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर: अंग्रेजी भाषा की दक्षता के लिए आवश्यक स्कोर।
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs (Letter of Recommendation): आपके प्रोफेसरों या काम के पर्यवेक्षकों द्वारा लिखी गई सिफारिशी पत्र।
- SOP (Statement of Purpose): आपके अध्ययन के उद्देश्यों और करियर के लक्ष्यों का विवरण देने वाला पत्र।
- निबंध (यदि आवश्यक हो): आवेदन प्रक्रिया के दौरान किसी भी विशिष्ट विषय पर लिखा गया निबंध।
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो): कुछ विशेष पाठ्यक्रमों के लिए पेशेवर या अकादमिक कार्य का संग्रह।
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे: आपकी शिक्षा, अनुभव और कौशल का संक्षिप्त विवरण।
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा: यात्रा और अध्ययन के लिए आवश्यक दस्तावेज़।
- बैंक डिटेल्स: वित्तीय प्रमाण के लिए आवश्यक दस्तावेज़, जैसे बैंक स्टेटमेंट।
प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं
डी फार्मेसी में प्रवेश के लिए प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं की सूची निम्नलिखित है:
परीक्षा | विवरण |
Annamalai University All India Medical Entrance Exam Pharmacy (AU AIMEE Pharmacy) | अन्नामलई विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा, जो फार्मेसी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए होती है। |
Graduate Pharmacy Aptitude Test (GPAT) | फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश की एक प्रमुख राष्ट्रीय परीक्षा, जिसे AICTE द्वारा आयोजित किया जाता है। |
West Bengal Joint Entrance Exam (WBJEE- Pharmacy) | पश्चिम बंगाल में फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय परीक्षा। |
Uttar Pradesh State Entrance Exam (UPSEE- Pharmacy) | उत्तर प्रदेश में विभिन्न चिकित्सा और फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा। |
Odisha Joint Entrance Exam – Pharmacy (OJEE-P) | ओडिशा में फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय परीक्षा। |
Maharashtra Common Entrance Test – Pharmacy (MHT CET) | महाराष्ट्र में फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित परीक्षा। |
Rajasthan University of Health Sciences (RUHS-P) | राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित फार्मेसी प्रवेश परीक्षा। |
Karnataka Common Entrance Test (KCET) | कर्नाटक में फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय परीक्षा। |
Gujarat Common Entrance Test (GUJCET) | गुजरात में फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय परीक्षा। |
Goa Common Entrance Test (Goa CET) | गोवा में फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय परीक्षा। |
भारत में डी फार्मेसी के लिए सालाना औसत फीस
भारत में डी फार्मेसी (D.Pharm) के लिए सालाना औसत फीस निम्नलिखित है:
- सरकारी संस्थान: ₹30,000 – ₹60,000 प्रति वर्ष
- निजी संस्थान: ₹50,000 – ₹1,00,000 प्रति वर्ष
- अर्ध-निजी संस्थान: ₹40,000 – ₹80,000 प्रति वर्ष
फीस संस्थान के प्रकार, स्थान, और सुविधाओं के आधार पर भिन्न हो सकती है।
विदेश में फीस
- अमेरिका और अन्य विकसित देश: ₹10,00,000 – ₹20,00,000 प्रति वर्ष
छात्रवृत्तियां
फार्मेसी पाठ्यक्रमों के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए उपलब्ध कुछ प्रमुख छात्रवृत्तियों की सूची निम्नलिखित है:
छात्रवृत्ति | विवरण |
Richard Cullen and Siu-Kuen Chan Scholarship at International House | अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति जो शैक्षणिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करती है। |
Education Future International Scholarship | एक वैश्विक छात्रवृत्ति जो अध्ययन के खर्चों को कम करने में सहायता करती है। |
Out-of-State Competitive Tuition Waiver in the United States | अमेरिकी विश्वविद्यालयों में आउट-ऑफ-स्टेट छात्रों के लिए ट्यूशन शुल्क में छूट। |
Laurentian University Academic Excellence Scholarship | लॉरेंटियन विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति, जो अकादमिक उत्कृष्टता के आधार पर दी जाती है। |
School of Nursing International Awards in USA | यूएसए में नर्सिंग स्कूलों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्तियाँ। |
Purdue University Trustees Scholarship | पर्ड्यू विश्वविद्यालय द्वारा उच्च अकादमिक प्रदर्शन के लिए दी जाने वाली छात्रवृत्ति। |
WAY TO VICTORIA INTERNATIONAL SCHOLARSHIPS IN AUSTRALIA | ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया विश्वविद्यालयों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रवृत्तियाँ। |
डी फार्मा के लिए किताबें
डिप्लोमा इन फार्मेसी (D.Pharm) के अध्ययन के लिए कई महत्वपूर्ण किताबें हैं जो विभिन्न विषयों को कवर करती हैं। ये किताबें छात्रों को बेहतर समझ और तैयारी प्रदान करने में मदद करती हैं:
प्रथम वर्ष
विषय | किताबें |
फार्मास्युटिक्स-I | – “Pharmaceutics: The Science of Dosage Form Design” by Michael E. Aulton |
– “Pharmaceutical Dosage Forms and Drug Delivery Systems” by Larry L. Augsburger and Stephen W. Hoag | |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री-I | – “Physical Pharmacy: Physical Chemical Principles in the Pharmaceutical Sciences” by Alexander and Philip |
– “Organic Chemistry for Medicinal Chemists” by William E. Nelson | |
फार्माकोग्नोसी | – “Pharmacognosy and Pharmacobiotechnology” by Ashutosh Kar |
– “Trease and Evans’ Pharmacognosy” by William Charles Evans, David C. Evans | |
बायोकैमिस्ट्री और क्लिनिकल पैथोलॉजी | – “Harper’s Illustrated Biochemistry” by Robert K. Murray, Daryl K. Granner, Peter A. Mayes |
– “Biochemistry” by Jeremy M. Berg, John L. Tymoczko, and Lubert Stryer | |
ह्यूमन एनाटॉमी एंड फिजियोलॉजी | – “Gray’s Anatomy for Students” by Richard L. Drake, A. Wayne Vogl, Adam W. M. Mitchell |
– “Principles of Anatomy and Physiology” by Gerard J. Tortora and Bryan Derrickson | |
हेल्थ एजुकेशन एंड कम्युनिटी फार्मेसी | – “Community and Public Health Pharmacy: A Pharmaceutical Care Approach” by Karen R. Hurd |
– “Introduction to Public Health” by Mary-Jane Schneider |
द्वितीय वर्ष
विषय | किताबें |
फार्मास्युटिक्स-II | – “Pharmaceutics: The Science of Dosage Form Design” by Michael E. Aulton |
– “Pharmaceutical Engineering” by K. R. S. Gopal | |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री-II | – “Organic Chemistry” by Clayden, Greeves, Warren, and Wothers |
– “The Chemistry of Drugs: A Comprehensive Approach” by G. G. F. Gagnon | |
फार्माकोलॉजी और टॉक्सिकोलॉजी | – “Basic and Clinical Pharmacology” by Bertram G. Katzung |
– “Rang & Dale’s Pharmacology” by James M. Ritter, Rod R. Flower, and Graeme Henderson | |
फार्मास्युटिकल जुरिसप्रूडेंस | – “Pharmaceutical Law and Ethics” by Richard R. Abood |
– “Pharmacy Law: Text and Exam Review” by David L. Steffen | |
हॉस्पिटल एंड क्लिनिकल फार्मेसी | – “Hospital and Clinical Pharmacy” by Thomas E. M. Wright |
– “Clinical Pharmacy and Therapeutics” by Roger Walker and Cate Whittlesea | |
ड्रग स्टोर और बिज़नेस मैनेजमेंट | – “Pharmacy Management: Essentials for All Practice Settings” by Shane P. Desselle and David A. Holdford |
– “Pharmacy Practice Management” by David A. Holdford, Shane P. Desselle, and Linda M. Garrelts |
डी फार्मेसी का करियर स्कोप
डिप्लोमा इन फार्मेसी (D.Pharm) करने के बाद आपके सामने विभिन्न करियर संभावनाएं होती हैं। निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स और उनके विवरण इस क्षेत्र में आपके लिए उपलब्ध हैं:
जॉब प्रोफाइल | विवरण |
एडवाइजर फार्मासिस्ट | दवाओं के उपयोग और साइड इफेक्ट्स के बारे में सलाह देते हैं, रोगियों और डॉक्टरों को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। |
क्लिनिकल फार्मासिस्ट | अस्पताल या क्लिनिक में दवाओं का प्रबंधन और निगरानी करते हैं, रोगियों की दवाओं से संबंधित समस्याओं को हल करते हैं। |
डिस्पेंसरी फार्मासिस्ट | प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर दवाओं का वितरण करते हैं, दवा की सही मात्रा और सही तरीके से दी जाती है यह सुनिश्चित करते हैं। |
कम्युनिटी फार्मासिस्ट | स्थानीय फार्मेसियों में दवाएं प्रदान करते हैं, स्वास्थ्य शिक्षा और रोगियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं। |
हॉस्पिटल फार्मासिस्ट | अस्पताल में दवाओं का वितरण और प्रबंधन करते हैं, चिकित्सा टीम के साथ मिलकर रोगियों की देखभाल में योगदान करते हैं। |
मेडिसिन मैनेजमेंट टेक्निशियन | दवाओं की व्यवस्था और प्रबंधन करते हैं, स्टॉक की निगरानी और दवा की आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं। |
मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट | चिकित्सीय दस्तावेजों, रिपोर्टों और चिकित्सा रिकॉर्ड को टेक्स्ट में ट्रांसक्राइब करते हैं। |
फार्मेसी असिस्टेंट | फार्मासिस्ट की सहायता करते हैं, दवाओं की तैयारी और वितरण में मदद करते हैं, और स्टोर के अन्य कार्यों में शामिल होते हैं। |
डी फार्मेसी के लिए भर्ती करने वाली कंपनियां
कंपनी | विवरण |
Johnson & Johnson | एक वैश्विक स्वास्थ्य कंपनी जो दवाओं, चिकित्सा उपकरणों, और उपभोक्ता स्वास्थ्य उत्पादों का निर्माण करती है। |
Pfizer | एक प्रमुख फार्मास्युटिकल कंपनी जो अनुसंधान और विकास में सक्रिय है, और विभिन्न दवाएं और टीके प्रदान करती है। |
Roche | स्विस फार्मास्युटिकल कंपनी जो विशेष रूप से कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों के उपचार में विशेषज्ञ है। |
Novartis | एक वैश्विक स्वास्थ्य कंपनी जो फार्मास्यूटिकल्स, जेनेटिक्स और अन्य स्वास्थ्य उत्पादों का उत्पादन करती है। |
Merck & Co. | एक प्रमुख अमेरिकी फार्मास्युटिकल कंपनी जो दवाओं, वैक्सीन्स और अन्य चिकित्सा उत्पादों का निर्माण करती है। |
GlaxoSmithKline | एक ब्रिटिश बहुराष्ट्रीय कंपनी जो दवाएं, टीके, और उपभोक्ता स्वास्थ्य उत्पादों का उत्पादन करती है। |
Sanofi | एक वैश्विक फार्मास्युटिकल कंपनी जो दवाओं और वैक्सीन्स के उत्पादन और वितरण में सक्रिय है। |
AbbVie | एक बायोफार्मास्युटिकल कंपनी जो अनुसंधान आधारित दवाओं का उत्पादन और विपणन करती है। |
डिप्लोमा इन फार्मेसी करने के बाद जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
जॉब प्रोफाइल | विवरण | प्रारंभिक सैलरी (INR प्रति वर्ष) |
फार्मासिस्ट | फार्मासिस्ट दवाओं का वितरण और स्टॉक का रखरखाव करते हैं, डॉक्टरों द्वारा दिए गए प्रिस्क्रिप्शन के अनुसार दवाएं प्रदान करते हैं, और रोगियों को दवाओं के बारे में सलाह देते हैं। | ₹2.5 – ₹4 लाख |
फार्मेसी टेक्नीशियन | फार्मेसी टेक्नीशियन फार्मासिस्ट की सहायता करते हैं, दवाओं की तैयारी में मदद करते हैं, और फार्मेसी के दैनिक संचालन का प्रबंधन करते हैं। | ₹2 – ₹3.5 लाख |
क्वालिटी एनालिस्ट | क्वालिटी एनालिस्ट दवाओं और अन्य फार्मास्युटिकल उत्पादों की गुणवत्ता का निरीक्षण और परीक्षण करते हैं, यह सुनिश्चित करते हैं कि वे सभी मानकों और विनियमों का पालन करते हैं। | ₹3 – ₹5 लाख |
मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव | मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव विभिन्न दवाओं और फार्मास्युटिकल उत्पादों को डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को प्रचारित और बेचते हैं। | ₹2.5 – ₹4 लाख |
प्रोडक्शन एक्जीक्यूटिव | प्रोडक्शन एक्जीक्यूटिव फार्मास्युटिकल उत्पादों के निर्माण की प्रक्रिया की योजना बनाते हैं, उनका संचालन करते हैं और गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित करते हैं। | ₹3 – ₹4.5 लाख |
सैल्स और मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव | सैल्स और मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव फार्मास्युटिकल उत्पादों की बिक्री और प्रचार में शामिल होते हैं, मार्केटिंग रणनीतियों का विकास करते हैं और नए बाजारों की खोज करते हैं। | ₹3 – ₹5 लाख |
हॉस्पिटल फार्मासिस्ट | हॉस्पिटल फार्मासिस्ट अस्पताल में काम करते हैं, दवाओं का वितरण करते हैं, और रोगियों की दवा व्यवस्थाओं को संभालते हैं। | ₹3 – ₹5 लाख |
कम्युनिटी फार्मासिस्ट | कम्युनिटी फार्मासिस्ट आम जनता को फार्मेसी सेवाएं प्रदान करते हैं, दवाओं का वितरण करते हैं और स्वास्थ संबंधी सलाह देते हैं। | ₹2.5 – ₹4 लाख |
औषधालय स्वामी | यदि आप खुद की फार्मेसी खोलते हैं, तो आप अपने व्यवसाय के मालिक बन सकते हैं और इससे आय में वृद्धि कर सकते हैं। | ₹3 – ₹8 लाख (या इससे अधिक, व्यवसाय के प्रदर्शन पर निर्भर करता है) |
आशा है कि आपको यह ब्लॉग “D Pharma Course Kya Hai?” पसंद आया होगा। यदि आप कोट्स पर और ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं, तो iaspaper के साथ जुड़े रहें।
FAQs
डी फार्मेसी क्या है?
डी फार्मेसी (डिप्लोमा इन फार्मेसी) एक पेशेवर डिप्लोमा कोर्स है जो फार्मास्युटिकल साइंसेस की बुनियादी शिक्षा प्रदान करता है। इसमें दवाओं के निर्माण, गुणवत्ता नियंत्रण, और उनके उपयोग की जानकारी दी जाती है।
डी फार्मेसी के लिए योग्यता क्या है?
डी फार्मेसी में प्रवेश के लिए सामान्यत: 10+2 (विज्ञान) पास होना आवश्यक होता है। कुछ संस्थान न्यूनतम अंकों की भी आवश्यकता कर सकते हैं।
डी फार्मेसी की अवधि कितनी होती है?
डी फार्मेसी की सामान्य अवधि 2 वर्ष होती है, जिसमें एक वर्ष का थ्योरी और एक वर्ष का प्रैक्टिकल प्रशिक्षण शामिल होता है।
डी फार्मेसी करने के बाद क्या जॉब प्रोफाइल्स होते हैं?
डी फार्मेसी के बाद आप फार्मासिस्ट, क्लिनिकल फार्मासिस्ट, मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट, फार्मेसी असिस्टेंट, और मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव जैसे विभिन्न जॉब प्रोफाइल्स में काम कर सकते हैं।
डी फार्मेसी का सिलेबस क्या होता है?
डी फार्मेसी का सिलेबस में फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, मानव शारीरिक रचना, फार्मास्युटिकल एड्स, और हेल्थ एजुकेशन जैसे विषय शामिल होते हैं।
डी फार्मेसी के लिए प्रवेश परीक्षा कौन-कौन सी होती है?
डी फार्मेसी के लिए प्रवेश परीक्षा में GPAT, WBJEE-Pharmacy, UPSEE-Pharmacy, OJEE-P, MHT CET, RUHS-P, और अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाएं शामिल होती हैं।
डी फार्मेसी के लिए आवेदन शुल्क कितना होता है?
डी फार्मेसी के आवेदन शुल्क विभिन्न संस्थानों के आधार पर भिन्न हो सकता है। आमतौर पर यह INR 500 से INR 2000 तक होता है।
डी फार्मेसी के बाद विदेश में अध्ययन की संभावनाएँ क्या हैं?
डी फार्मेसी के बाद विदेश में आगे के अध्ययन के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों में अवसर होते हैं, जहाँ आप B.Pharm, M.Pharm, या अन्य उन्नत डिग्री कार्यक्रम कर सकते हैं।
डी फार्मेसी के लिए छात्रवृत्तियाँ कौन-कौन सी उपलब्ध हैं?
डी फार्मेसी के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्रवृत्तियाँ जैसे Richard Cullen and Siu-Kuen Chan Scholarship, Education Future International Scholarship, और Purdue University Trustees Scholarship उपलब्ध हैं।
डी फार्मेसी कोर्स की फीस कितनी होती है?
भारत में डी फार्मेसी कोर्स की फीस आमतौर पर INR 45,000 से 1 लाख प्रति वर्ष होती है, जबकि विदेशों में यह फीस INR 10-20 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है।