हिंदी व्याकरण में वर्ण विच्छेद एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसका अध्ययन छोटी से लेकर बड़ी कक्षाओं तक किया जाता है। वर्ण विच्छेद का अर्थ होता है किसी शब्द के वर्णों को अलग-अलग करके दिखाना ताकि शब्द की रचना को समझा जा सके। यह प्रक्रिया हमें शब्दों के सही उच्चारण और उनके गठन को बेहतर ढंग से समझने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, ‘विद्यालय’ का वर्ण विच्छेद होगा: वि + द्या + लय। इस ब्लॉग के माध्यम से हम वर्ण विच्छेद से संबंधित जानकारी को विस्तार से समझेंगे, जो छात्रों के लिए अत्यधिक उपयोगी है।
वर्ण विच्छेद किसे कहते हैं?
विच्छेद की प्रक्रिया में शब्दों को उनके घटक वर्णों में विभाजित किया जाता है। इसमें हर स्वर और व्यंजन वर्ण को अलग-अलग किया जाता है।
उदाहरण के लिए:
- शिक्षा: शि-क्ष-आ
- गणेश: ग-ण-े-श
वर्ण-विच्छेद की परिभाषा
वर्ण-विच्छेद वह प्रक्रिया है जिसमें किसी शब्द को उसके घटक वर्णों में विभाजित किया जाता है। इसमें शब्द के सभी स्वर और व्यंजन वर्णों को अलग-अलग लिखा जाता है। इसके लिए स्वरों की मात्राओं (स्वर चिह्न) और व्यंजन वर्णों की पहचान करना आवश्यक होता है।
उदाहरण:
- खेल: ख-े-ल
- पुस्तक: पु-स्त-क
वर्ण के प्रकार
वर्ण दो मुख्य प्रकार के होते हैं:
- स्वर (Vowels)
- व्यंजन (Consonants)
स्वर (Vowels): स्वर वे वर्ण होते हैं जिनकी ध्वनि को उच्चारित करने के लिए किसी अवरोध की आवश्यकता नहीं होती। हिंदी में कुल 11 स्वर होते हैं:
स्वर वर्ण | मात्रा | शब्द (उदाहरण) |
अ | कोई मात्रा नहीं | अजगर, अचकन, गरम, कम |
आ | ा | आम, राम, नाम, नाक |
इ | ि | इमली, फिर, किसान, किताब |
ई | ी | ईख, खीर, पीर, जीना, सीता |
उ | उ | उल्लू, गुम, पुल, सुन, झुमका |
ऊ | ू | ऊन, खून, फूल, सूरज, दूध |
ऋ | ृ | ऋषि, पृथ्वी, अमृत, गृह |
ए | े | एड़ी, चेतक, खेत, बेलन, मेला |
ऐ | ै | ऐनक, पैसा, पैदल, जैतून |
ओ | ो | ओखली, भोजन |
औ | ौ | औरत, कौन |
अं | ां | अंगूर, गंगा |
अ: | ः | अथः, निःशस्त्र |
व्यंजन (Consonants): व्यंजन वे वर्ण होते हैं जिनकी ध्वनि को उच्चारित करने के लिए मुख में किसी प्रकार का अवरोध उत्पन्न होता है। हिंदी में कुल 33 व्यंजन होते हैं:
स्वर के कुछ उदाहरण
स्वर | उदाहरण |
अ | अमर = अ + म + र |
अगला = अ + ग + ल + आ | |
अनार = अ + न + आ + र | |
अमृत = अ + म + र + त | |
अखबार = अ + ख + ब + ा + र | |
अच्छा = अ + च + च + ा | |
अग्नि = अ + ग + न +ि | |
अवकाश = अ + व + क + ा + श | |
अधिकार = अ + धि + का + र | |
अखिल = अ + ख + ि + ल | |
आ | आम = आ + म |
आग = आ + ग | |
आंधी = आ + ं + ध + ी | |
आदमी = आ + द + म + ī | |
आंख = आ + ं + ख | |
आसमान = आ + स + म + ा + न | |
अच्छा = आ + च + च + ा | |
आमंत्रण = आ + म + ं + त + ण | |
आर्ट = आ + र + ट | |
आसपास = आ + स + पास | |
इ | इमली = इ + म + ल + ी |
इंसान = इ + न + स + आ + न | |
इतिहास = इ + त + हा + स | |
इंद्र = इ + न + द + र | |
इन्सान = इ + न + स + आ + न | |
इलायची = इ + ल + आय + च + ी | |
इटालियन = इ + ट + ा + ल + ी + अ + न | |
इंटेलिजेंस = इ + न + ट + े + ल + ज + े + न + स | |
इशारा = इ + श + ा + र + आ | |
इन्द्रधनुष = इ + न + द + र + ध + न + ु + ष | |
ई | दीप = द + ी + प |
कील = क + ी + ल | |
पानी = प + ा + न + ी | |
ईश्वर = ई + श + ु + र | |
सीख = स + ी + ख | |
ईट = ई + ट | |
ईमेल = ई + म + े + ल | |
ईंधन = ई + ं + ध + न | |
ईश्वर = ई + श + ु + र | |
ईसा = ई + स +ा | |
उ | उम्र = उ + म + र |
उजाला = उ + ज + ा + ल + आ | |
गुरु = ग + उ + र + उ | |
उंगली = उ + ं + ग + ल + ी | |
उधार = उ + ध + ा + र | |
उबला = उ + ब + ल + आ | |
उत्तम = उ + त + त + म | |
उल्लू = उ + ष + ष + ू | |
उधम = उ + ध + म | |
उभरा = उ + भ + र + आ | |
ऊ | ऊँट = ऊ + ं + ट |
पूरा = पू + र + ा | |
खूबसूरत = खू + ब + स + ू + र + त | |
ऊब = ऊ + ब | |
ऊँचा = ऊ + ं + च + ा | |
ऊषा = ऊ + ष + ा | |
ऊँट = ऊ + ं + ट | |
ऊपरी = ऊ + प + र + ī | |
ऊर्जा = ऊ + र + ज + ा | |
ऊपयोग = ऊ + प + य + ो + ग | |
ऋ | ऋतु = ऋ + त + उ |
ऋषि = ऋ + ष + ि | |
ऋण = ऋ + ण | |
ऋद्धि = ऋ + द्ध +ि | |
ऋषिकेश = ऋ + ष +ि + के + श | |
ऋषि = ऋ + ष + ि | |
ऋत्विक = ऋ + त्व +ि + क | |
ऋग्वेद = ऋ + ग + वे + द | |
ऋणपत्र = ऋ + ण + प + त + र | |
ऋण = ऋ + ण | |
ए | पेड़ = प + े + ड |
लेना = ल + े + न + आ | |
फूल = फ + ू + ल | |
तौलिया = त + ॊ + ल + ि + य + ा | |
खेल = ख + े + ल | |
पेड़ = प + े + ड | |
कहना = क + े + न + आ | |
एक = ए + क | |
तेल = त + े + ल | |
मेल = म + े + ल | |
ऐ | ऐनक = ऐ + न + क |
बैग = ब + ै + ग | |
नई = न + ै + ī | |
ऐतिहासिक = ऐ + त +ि + हा + स + ्क | |
ऐलान = ऐ + ल + ा + न | |
ऐनक = ऐ + न + क | |
बैल = ब + ै + ल | |
कैदी = क + ै + द + ī | |
ऐलान = ऐ + ल + ा + न | |
ऐक = ऐ + क | |
ओ | गोल = ग + ो + ल |
पोस्ट = प + ो + स + ट | |
घर = घ + र | |
सोना = स + ो + न + आ | |
मोम = म + ो + म | |
ओस = ो + स | |
कोट = क + ो + ट | |
ओल = ो + ल | |
गोल्फ = ग + ॊ + ल + फ | |
भगवान = भ + ग + ा + न | |
औ | चौक = च + ौ + क |
मौसम = म + ौ + स + म | |
गौरा = ग + ौ + र + आ | |
चौधरी = च + ौ + ध + र + ī | |
औसत = औ + स + त | |
गोल = ग + ॊ + ल | |
खौफ = ख + ॊ + फ | |
मौर = म + ौ + र | |
कौल = क + ौ + ल | |
शौक = श + ॊ + क |
वर्ण विच्छेद के 100 उदाहरण (100 Examples of Varn Viched in Hindi)
शब्द | वर्ण विच्छेद |
अमर | अ + म + र |
अगला | अ + ग + ल + आ |
अनार | अ + न + आ + र |
अमृत | अ + म + र + त |
अच्छा | अ + च + च + ा |
अधिकार | अ + धि + का + र |
अवकाश | अ + व + क + ा + श |
अखबार | अ + ख + ब + ा + र |
अखिल | अ + ख + ि + ल |
असली | अ + स + ल + ī |
आम | आ + म |
आग | आ + ग |
आंधी | आ + ं + ध + ी |
आदमी | आ + द + म + ī |
आंख | आ + ं + ख |
आसमान | आ + स + म + ा + न |
आमंत्रण | आ + म + ं + त + ण |
आर्ट | आ + र + ट |
आसपास | आ + स + पास |
इमली | इ + म + ल + ी |
इतिहास | इ + त + हा + स |
इंद्र | इ + न + द + र |
इंसान | इ + न + स + आ + न |
इटालियन | इ + ट + ा + ल + ī + अ + न |
इंटेलिजेंस | इ + न + ट + े + ल + ज + े + न + स |
इशारा | इ + श + ा + र + आ |
इंद्रधनुष | इ + न + द + र + ध + न + ु + ष |
दीप | द + ी + प |
कील | क + ी + ल |
पानी | प + ा + न + ी |
ईश्वर | ई + श + ु + र |
ईट | ई + ट |
ईमेल | ई + म + े + ल |
ईंधन | ई + ं + ध + न |
ईसा | ई + स +ा |
उम्र | उ + म + र |
उजाला | उ + ज + ा + ल + आ |
गुरु | ग + उ + र + उ |
उंगली | उ + ं + ग + ल + ी |
उधार | उ + ध + ा + र |
उबला | उ + ब + ल + आ |
उत्तम | उ + त + त + म |
उल्लू | उ + ष + ष + ू |
उभरा | उ + भ + र + आ |
ऊँट | ऊ + ं + ट |
पूरा | पू + र + ा |
खूब | ख + ू + ब |
ऊब | ऊ + ब |
ऊषा | ऊ + ष + ा |
ऋतु | ऋ + त + उ |
ऋषि | ऋ + ष + ि |
ऋण | ऋ + ण |
ऋद्धि | ऋ + द्ध +ि |
ऋषिकेश | ऋ + ष +ि + के + श |
ऐनक | ऐ + न + क |
बैग | ब + ै + ग |
नई | न + ै + ī |
ऐतिहासिक | ऐ + त +ि + हा + स + ्क |
ऐलान | ऐ + ल + ा + न |
ओस | ो + स |
मोम | म + ो + म |
कोट | क + ो + ट |
शौक | श + ॊ + क |
गोल | ग + ॊ + ल |
मौर | म + ौ + र |
चौक | च + ौ + क |
हवा | ह + व + ा |
चूड़ियां | च + ू + ड + ि + य + ा |
मछली | म + छ + ल + ī |
प्याला | प + ्य + ा + ल + आ |
धूल | ध + ू + ल |
बच्चा | ब + च + च + ा |
अलग | अ + ल + ग |
साल | स + ा + ल |
खास | ख + ा + स |
दाल | द + ा + ल |
हवा | ह + व + ा |
कमरा | क + म + र + ा |
कपड़ा | क + प + ड + ा |
दवाई | द + व + ा + ī |
नदी | न + द + ी |
सूरज | स + ू + र + ज |
खुश | ख +ु + श |
पल | प + ल |
दरवाजा | द + र + व + ा + ज + आ |
फूल | फ + ू + ल |
पंखा | प + ं + ख + ा |
चादर | च + ा + द + र |
काले | क + ा + ल + े |
बगीचा | ब + ग + ी + च + ा |
रात | र + ा + त |
छोटा | छ + ो + ट + ा |
साल | स + ा + ल |
नील | न + ī + ल |
पत्थर | प + त + थ + र |
काजल | क + ा + ज + ल |
दफ्तर | द + फ + त + र |
सीमा | स + ī + म + ā |
मकान | म + क + ा + न |
अफसर | अ + फ + स + र |
नमक | न + म + क |
सर्दी | स + र + द + ī |
बुजुर्ग | ब + उ + ज + र + ग |
फूल | फ + ू + ल |
कली | क + ल + ī |
माल | म + ा + ल |
लाल | ल + ा + ल |
चश्मा | च + ष + म + ा |
पता | प + त + आ |
भोजन | भ + ो + ज + न |
सार | स + ा + र |
कुत्ता | क + उ + त + त + ा |
गर्म | ग + र + म + ् |
रोटी | र + ो + ट + ī |
मेवा | म + े + व + ा |
दर्द | द + र + द |
आम | आ + म |
चाँद | च + ा + द |
फूल | फ + ू + ल |
फूल | फ + ू + ल |
वर्ण-विच्छेद के नियम
वर्ण-विच्छेद के नियम निम्नलिखित हैं:
हलंत चिह्न की व्यवस्था
वर्णमाला में ‘हलंत’ चिह्न का प्रयोग तब किया जाता है जब व्यंजन को स्वर रहित दिखाना होता है। यह चिह्न व्यंजन के नीचे लगाया जाता है और इसे ‘अनुस्वार’ या ‘विराम चिह्न’ भी कहते हैं। इस चिह्न के द्वारा यह संकेत दिया जाता है कि उस व्यंजन के साथ कोई स्वर जुड़ा नहीं है।
उदाहरण:
शब्द | वर्ण विच्छेद |
रात | र + ा + त |
कमरा | क + म + र + ा |
अधिकार | अ + धि + का + र |
छोटा | छ + ो + ट + ा |
कुल | क + ु + ल |
मत | म + त |
सुख | स + उ + ख |
तल | त + ल |
धन | ध + न |
बन | ब + न |
संयुक्त व्यंजनों का वर्ण विच्छेद
संयुक्त व्यंजनों में वर्ण विच्छेद करते समय, हमें प्रत्येक संयुक्त व्यंजन को उसके पूर्ण रूप में लिखना होता है। यह इसलिए आवश्यक है क्योंकि संयुक्त व्यंजन कई अलग-अलग व्यंजनों को मिलाकर बनते हैं, और वर्ण विच्छेद करते समय हमें हर व्यंजन को स्पष्ट रूप से दिखाना होता है।
संयुक्त व्यंजन | वर्ण विच्छेद |
प्प | प + प |
च्च | च + च |
त्थ | त + थ |
द्र | द + र |
क्ष | क + ष |
ज्ञ | ज + ञ |
त्र | त + र |
ग्ध | ग + ध |
ज्ञ | ज + ञ |
स्न | स + न |
क्ल | क + ल |
ब्र | ब + र |
श्च | श + च |
ल्क | ल + क |
स्र | स + र |
ध्र | ध + र |
ह्र | ह + र |
ट्ठ | ट + ठ |
छ्त | छ + त |
व्र | व + र |
र-व्यंजन के संयुक्त रूपों का वर्ण विच्छेद
जब ‘र + व्यंजन’ के संयुक्त रूपों का वर्ण विच्छेद किया जाता है, तो हमें ध्यान रखना होता है कि ‘र्’ का प्रयोग केवल एक ही बार किया जाता है। यह इसलिए किया जाता है ताकि प्रत्येक संयुक्त व्यंजन के वर्णों को स्पष्ट रूप से समझा जा सके। यहाँ पर ‘र्’ के चिह्नों को केवल ‘र्’ से ही लिखा जाता है, न कि उसके अलग-अलग चिह्नों से।
शब्द | वर्ण विच्छेद |
अर्थ | अ + र् + थ् + अ |
खर्र | ख् + अ + र् + र् + अ |
रात | र् + आ + त् + अ |
क्रम | क् + र् + अ + म् + अ |
प्रेम | प् + र् + ए + म् + अ |
पेट्रोल | प् + ए + ट् + र् + ओ + ल् + अ |
जरूर | ज् + अ + र् + ऊ + र् + अ |
दृष्टि | द् + ऋ + ष् + ट् + इ |
दरिद्र | द् + अ + र् + इ + द् + र् + अ |
हृदय | ह् + ऋ + द् + अ + य् + अ |
अनुस्वार युक्त शब्दों का वर्ण विच्छेद
जब अनुस्वार (ं) का प्रयोग किया जाता है, तो वर्ण विच्छेद करते समय अनुस्वार को उसके पूर्ण रूप में लिखा जाता है, न कि स्वर के ऊपर बिंदु के रूप में। अनुस्वार का प्रयोग स्वर के साथ मिलाकर नहीं किया जाता है, बल्कि इसे एक अलग वर्ण के रूप में ही लिखा जाता है।
उदाहरण:
शब्द | वर्ण विच्छेद |
संस्कृत | सं + स् + क् + र् + त |
अंश | अ + ं + श् |
हंस | ह + ं + स् |
कंपनी | क + ं + प् + न + ई |
संगीत | स + ं + ग + ी + त |
अंश | अ + ं + श् |
कंबल | क + ं + ब् + ल |
संघ | सं + घ् |
संग | स + ं + ग |
संपत्ति | सं + प् + त् + ति |
असंभव | अ + सं + भ + व |
अनुस्वार (ं) का प्रयोग विभिन्न वर्णों के स्थान पर किया जाता है, जिन्हें निम्नलिखित वर्गों में वर्गीकृत किया गया है:
- क् वर्ग (क्, ख्, ग्, घ्, ङ): अनुस्वार का प्रयोग “ङ” के स्थान पर किया जाता है।
- उदाहरण: संगठित (सं + ग् + ठ् + इ + त)
- च् वर्ग (च्, छ्, ज्, झ्, ञ्): अनुस्वार का प्रयोग “ञ” के स्थान पर किया जाता है।
- उदाहरण: संज्ञान (सं + ज्ञ + अ + न)
- ट् वर्ग (ट्, ठ्, ड्, ढ्, ण्): अनुस्वार का प्रयोग “ण” के स्थान पर किया जाता है।
- उदाहरण: संकेत (सं + क् + त)
- त् वर्ग (त्, थ्, द्, ध्, न्): अनुस्वार का प्रयोग “न” के स्थान पर किया जाता है।
- उदाहरण: संप्रेरण (सं + प्र + र् + ण)
- प् वर्ग (प्, फ्, ब्, भ्, म्): अनुस्वार का प्रयोग “म” के स्थान पर किया जाता है।
- उदाहरण: संकल्प (सं + क् + ल् + प्)
- अन्य वर्ण (य्, र्, ल्, व्, श्, ष्, स्, ह्): अनुस्वार का प्रयोग “म” के रूप में किया जाता है।
- उदाहरण: संपूर्ण (सं + पू + र्ण)
नोट: अनुस्वार का प्रयोग पंचम वर्णों के स्थान पर किया जाता है, और यह पंचम वर्णों की विभिन्न ध्वनियों को दर्शाने के लिए महत्वपूर्ण है।
अनुनासिक युक्त शब्दों का वर्ण विच्छेद
अनुनासिक स्वरों का उच्चारण मुख और नासिका दोनों से होता है। इसके लिए दो चिह्न उपयोग में आते हैं: बिंदु (ं) और चंद्रबिंदु (ं)। वर्ण-विच्छेद करते समय अनुनासिक स्वरों को उनके यथावत रूप में बिंदु या चंद्रबिंदु लगाकर लिखा जाता है।
उदाहरण:
शब्द | वर्ण विच्छेद |
संस्कृत | सं + स् + क् + र् + त |
संगीत | स + ं + ग + ई + त |
संघ | सं + घ् |
अंश | अ + ं + श् |
संपत्ति | सं + प् + त् + ति |
कंपनी | क + ं + प् + न + ई |
हंस | ह + ं + स् |
असंभव | अ + सं + भ + व |
संग्रह | सं + ग +्रह |
मंगल | म + ं + ग + ल |
संयुक्त व्यंजन ‘क्ष’, ‘त्र’,’ज्ञ’ तथा ‘श्र’ युक्त शब्दों का वर्ण-विच्छेद
संयुक्त व्यंजन ‘क्ष’, ‘त्र’, ‘ज्ञ’ और ‘श्र’ के वर्ण-विच्छेद को उनके घटक वर्णों के आधार पर किया जाता है। यहां पर कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
शब्द | वर्ण विच्छेद |
रक्षा | र + अ + क् + ष् + आ |
भिक्षा | भ + इ + क् + ष् + आ |
यात्रा | य + आ + त् + र् + आ |
मित्र | म + इ + त् + र् + अ |
आज्ञा | आ + ज् + ञ् + आ |
प्रतिज्ञा | प + र् + अ + त् + इ + ज् + ञ् + आ |
श्रम | श् + र् + अ + म + अ |
श्रीमान | श् + र् + ई + म + आ + न + अ |
नोट:
- क्ष = क् + ष्
- त्र = त् + र्
- ज्ञ = ज् + ञ्
- श्र = श् + र्
विसर्ग युक्त शब्दों का वर्ण-विच्छेद
विसर्ग युक्त शब्दों का वर्ण-विच्छेद करते समय विसर्ग को उसके मूल रूप में ‘विसर्ग’ शब्द से ही लिखा जाता है। विसर्ग (ः) के लिए विशेष चिह्न या वर्ण नहीं होता, बल्कि इसे सीधे शब्द में शामिल किया जाता है।
उदाहरण:
शब्द | वर्ण विच्छेद |
ग्रह | ग + र + ह |
पुस्तक | प +ु + स्त + क् |
रात्री | र + आ + त् + र + ी |
स्वास्थ्य | स् + व +ा + स + थ + य + स + थ + अ + य |
धर्म | ध + र + म |
मंत्र | म + ं + त् + र् |
प्रभात | प + र + भ + आ + त् |
दर्शक | द + र + श + क् |
सर्वदा | स + र + व + द + आ |
नमस्कार | न + म + स् + क + ा + र् |
वर्ण विच्छेद से संबंधित महत्वपूर्ण बातें
- वर्ण विच्छेद एक शब्द के सभी वर्णों (स्वर और व्यंजन) को अलग-अलग करने की प्रक्रिया है।
- वर्णों के प्रकार में स्वर और व्यंजन शामिल हैं।
- स्वर की मात्रा (स्वर चिह्न) का ज्ञान आवश्यक है।
- हलंत चिह्न (्) का प्रयोग व्यंजन वर्ण को स्वर रहित बनाने के लिए होता है।
- संयुक्त व्यंजन के वर्णों का विच्छेद करते समय अधूरे वर्णों को पूर्ण रूप में लिखना चाहिए।
- अनुस्वार (ं) विशेष वर्णों (ङ, ञ, ण, न, म) के स्थान पर प्रयोग होता है।
- अनुनासिक स्वर (ं और चंद्रबिंदु) का उच्चारण मुख और नासिका दोनों से होता है।
- विसर्ग (ः) का उपयोग स्वर के अंत में होता है।
- वर्ण विच्छेद के समय शब्दों को उनके घटक वर्णों में तोड़ा जाता है।
- शब्द को उसके घटक वर्णों में तोड़कर लिखना चाहिए ताकि प्रत्येक वर्ण स्पष्ट रूप से दिखाई दे।
आशा है कि आपको यह ब्लॉग “100 Examples of Varn Viched” पसंद आया होगा। यदि आप कोट्स पर और ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं, तो iaspaper के साथ जुड़े रहें।
FAQs
वर्ण विच्छेद क्या है?
वर्ण विच्छेद एक शब्द के सभी वर्णों (स्वर और व्यंजन) को अलग-अलग करने की प्रक्रिया है।
वर्ण विच्छेद के लिए किन-किन वर्णों का ज्ञान आवश्यक है?
वर्ण विच्छेद के लिए स्वर और व्यंजन वर्णों का ज्ञान आवश्यक है।
स्वरों की मात्रा क्या होती है?
स्वर की मात्रा (स्वर चिह्न) स्वर के ध्वनि की लंबाई को दर्शाती है और यह वर्ण विच्छेद के लिए आवश्यक है।
हलंत चिह्न का उपयोग कैसे किया जाता है?
हलंत चिह्न (्) का उपयोग व्यंजन वर्ण को स्वर रहित बनाने के लिए किया जाता है।
संयुक्त व्यंजन के वर्णों का विच्छेद कैसे करें?
संयुक्त व्यंजन के वर्णों का विच्छेद करते समय अधूरे वर्णों को उनके पूर्ण रूप में लिखा जाता है (जैसे: क्ष = क् + ष्)।
अनुस्वार क्या है और इसका उपयोग कहाँ किया जाता है?
अनुस्वार (ं) विशेष वर्णों (ङ, ञ, ण, न, म) के स्थान पर प्रयोग होता है और इसे ‘अनुस्वार’ शब्द से ही लिखा जाता है।
अनुनासिक स्वर क्या होते हैं?
अनुनासिक स्वर (ं और चंद्रबिंदु) वे स्वरों होते हैं जिनका उच्चारण मुख और नासिका दोनों से होता है।
विसर्ग क्या है और इसका प्रयोग कैसे होता है?
विसर्ग (ः) स्वर के अंत में होता है और इसे वर्ण-विच्छेद करते समय ‘विसर्ग’ शब्द से ही लिखा जाता है।
वर्ण विच्छेद करते समय शब्दों को कैसे तोड़ा जाता है?
वर्ण विच्छेद करते समय शब्दों को उनके घटक वर्णों में तोड़कर लिखा जाता है।
वर्ण विच्छेद के दौरान क्या ध्यान रखना चाहिए?
शब्द को उसके घटक वर्णों में तोड़कर लिखना चाहिए ताकि प्रत्येक वर्ण स्पष्ट रूप से दिखाई दे।