Tatsam Tadbhav Shabd – परिभाषा, उदाहरण और उपयोग की जानकारी

शब्द हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण भाग हैं, जिनकी समझ भाषा के अध्ययन में सहायक होती है। हिंदी भाषा में शब्दों को उनकी उत्पत्ति और परिवर्तन के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है, जैसे तत्सम शब्द, तद्भव शब्द, देशी शब्द, विदेशी शब्द, और अन्य शब्द।

तत्सम शब्द वे होते हैं जो संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के हिंदी में आए हैं, जैसे ‘धर्म’, ‘शास्त्र’, और ‘योग’, जिनकी वर्तनी और ध्वनि संस्कृत के समान होती है। दूसरी ओर, तद्भव शब्द वे होते हैं जिनकी उत्पत्ति संस्कृत से हुई है लेकिन इनमें वर्तनी और ध्वनि में बदलाव हो गया है, जैसे ‘किताब’ (पुस्तक) और ‘घर’ (गृह)। ये शब्द हिंदी की सामान्य भाषा का हिस्सा बन गए हैं और आम बोलचाल में प्रयोग होते हैं।

देशी शब्द वे हैं जो भारतीय भाषाओं से उत्पन्न हुए हैं, जैसे ‘गांव’, ‘रोटी’, और ‘बच्चा’, जबकि विदेशी शब्द वे होते हैं जो अन्य भाषाओं से हिंदी में आए हैं, जैसे ‘कलेक्टर’, ‘ब्यूटी’, और ‘टेलीविजन’। अन्य शब्दों की श्रेणी में वे शब्द आते हैं जिनकी उत्पत्ति असाधारण होती है या जो विशेष श्रेणियों में फिट नहीं होते, जैसे ‘हलवा’, ‘चाय’, और ‘गाड़ी’।

शब्दों का महत्व भाषा की समृद्धि और सुंदरता में निहित है। नए शब्दों का समावेश भाषा को जीवंत और विविध बनाता है, जबकि शब्दों के सही चयन से भावनाओं की अभिव्यक्ति अधिक प्रभावशाली होती है। तत्सम और तद्भव शब्दों की पहचान और उपयोग भाषा की शुद्धता को बनाए रखते हैं और व्याकरण की समझ को भी गहरा करते हैं, जिससे छात्रों को भाषा कौशल में सुधार होता है और प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी सफलता मिलती है।

तत्सम शब्द क्या होते हैं?

तत्सम शब्द वे होते हैं जो संस्कृत से हिंदी में बिना किसी बदलाव के सीधे उपयोग में लाए जाते हैं। इनमें कोई ध्वन्यात्मक या वर्णात्मक परिवर्तन नहीं होता।

उदाहरण के तौर पर:

  • संस्कृत शब्द “नमस्ते” जो हिंदी में भी “नमस्ते” के रूप में ही प्रयोग होता है।
  • “धर्म” (धर्म)
  • “मंत्र” (मंत्र)
  • “योग” (योग)

तद्भव शब्द क्या होते हैं?

तद्भव शब्द वे शब्द होते हैं जो संस्कृत से समय के साथ ध्वन्यात्मक और वर्णात्मक परिवर्तन के बाद हिंदी में आए हैं। तद्भव शब्दों में संस्कृत के मूल शब्दों से भिन्न रूप और उच्चारण होते हैं, जो उन्हें हिंदी में उपयोग में आसान बनाते हैं।

उदाहरण के लिए:

  • संस्कृत शब्द “अग्नि” (Agni) हिंदी में “आग” (Aag) बन गया।
  • संस्कृत शब्द “पुस्तक” (Pustaka) हिंदी में “किताब” (Kitaab) बन गया।
  • संस्कृत शब्द “मित्र” (Mitra) हिंदी में “मित्र” (Mitra) के रूप में प्रयोग होता है, लेकिन कभी-कभी “दोस्त” (Dost) भी प्रयोग होता है।
  • संस्कृत शब्द “वृक्ष” (Vṛkṣa) हिंदी में “पेड़” (Ped) बन गया।

तत्सम तद्भव शब्द को पहचानने के नियम

तत्सम और तद्भव शब्दों को पहचानने के लिए निम्नलिखित नियम दिए जा सकते हैं:

‘क्ष’ बनाम ‘ख’ या ‘छ’:

  • तत्सम शब्दों में ‘क्ष’ का प्रयोग होता है, जैसे “अक्षर” (Akṣara)।
  • तद्भव शब्दों में ‘ख’ या ‘छ’ का प्रयोग होता है, जैसे “अख़बार” (Akhbaar) और “अच्छा” (Acchha)।

‘र’ की मात्रा:

  • तत्सम शब्दों में ‘र’ की मात्रा होती है, जैसे “अर्चना” (Arcanā)।
  • तद्भव शब्दों में यह मात्रा बदल जाती है, जैसे “पूजा” (Pūjā)।

‘ऋ’ की मात्रा:

  • तत्सम शब्दों में ‘ऋ’ की मात्रा होती है, जैसे “ऋतु” (R̥tu)।
  • तद्भव शब्दों में ‘ऋ’ की मात्रा बदल जाती है, जैसे “रात” (Raat)।

‘श्र’ बनाम ‘स’:

  • तत्सम शब्दों में ‘श्र’ का प्रयोग होता है, जैसे “श्रद्धा” (Śraddhā)।
  • तद्भव शब्दों में ‘स’ का प्रयोग होता है, जैसे “साधना” (Sādhanā)।

‘व’ बनाम ‘ब’:

  • तत्सम शब्दों में ‘व’ का प्रयोग होता है, जैसे “विषय” (Viṣaya)।
  • तद्भव शब्दों में ‘ब’ का प्रयोग होता है, जैसे “बात” (Baat)।

‘ष’:

  • तत्सम शब्दों में ‘ष’ का प्रयोग होता है, जैसे “वर्ष” (Varṣa)।
  • तद्भव शब्दों में ‘ष’ बदल जाता है, जैसे “बरस” (Baras)।

‘श’ बनाम ‘स’:

  • तत्सम शब्दों में ‘श’ का प्रयोग होता है, जैसे “शिव” (Śiva)।
  • तद्भव शब्दों में ‘स’ का प्रयोग होता है, जैसे “संत” (Sant)।

तत्सम तद्भव शब्द के उदाहरण

तत्सम तद्भव शब्द के उदाहरण नीचे दिए गए हैं-

अ से शुरू होंने वाले तत्सम-तद्भव शब्द  

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
अधिकारहक
अध्ययनपढ़ाई
आधिकारिकअधिकारी
आदेशहुक्म
अवलंबनसहारा
अमितबहुत
अनुग्रहकृपा
अवधारणासमझ
अभिप्रायमतलब
अर्चनापूजा
आत्माआत्मा
अर्पणभेंट
अभिलाषाइच्छा
आत्मनिर्भरआत्मनिर्भर
अमूल्यअनमोल
असाधारणअजीब
अंगीकारमान लेना
आशंकासंदेह
अक्षरअक्षर
अखबारसमाचार पत्र
अतिथिमेहमान
अंशभाग
आधिक्यअधिकता
अनुग्रहकृपा
अभिवादननमस्कार
आलंबनसहारा
अभिमानगर्व
अभिनंदनबधाई
अस्तित्वमौजूदगी
आवासघर
अनुपमअद्वितीय
अंकितचिह्नित
आदान-प्रदानआदान-प्रदान
आदर्शआदर्श
अभिवृत्तिविकास
अस्मितापहचान
अनुशासनअनुशासन
आस्थापनस्थापना
अनुकरणअनुकरण
अकाट्यअचल
अतिक्रमणअतिक्रमण
अनुसंधानखोज
अनुवादTranslation
अलंकरणसजावट
अकारणबिना वजह
अनुष्ठानआयोजन
अज्ञेयअज्ञेय
अन्वेषणखोज

आ से शुरू होंने वाले तत्सम-तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
आधिक्यअधिकता
आधिकारिकअधिकारी
आश्रयआश्रय
आत्माआत्मा
आदर्शआदर्श
आस्तिकआस्तिक
आराधनाआराधना
आगमनआगमन
आभूषणआभूषण
आचार्यआचार्य
आशाआशा
आहारआहार
आंतरिकआंतरिक
आत्मनिर्भरआत्मनिर्भर
आक्रोशआक्रोश
आदान-प्रदानआदान-प्रदान
आकर्षणआकर्षण
आदानआदान
आदीआदी
आह्वानआह्वान
आगआग
आस्थाआस्था
आज्ञाआज्ञा
आश्वस्तआश्वस्त
आदीकृतआदीकृत
अभिमानअभिमान
आभासआभास
आकारआकार
आधीनआधीन
आर्गेनिकआर्गेनिक
अनुसंधानअनुसंधान
आलंबनआलंबन
आश्वासनआश्वासन
आदतआदत
आथरआथर
आगाआगा
आज्ञेयआज्ञेय
आदर्शवादीआदर्शवादी
आकर्षितआकर्षित
आस्तिकताआस्तिकता
आकांक्षाआकांक्षा
आक्रमणआक्रमण
आशंकाआशंका
आंग्लआंग्ल
आरेखआरेख
आगोशआगोश
आश्रितआश्रित
आच्छादितआच्छादित

इ, ई से शुरू होने वाले तत्सम -तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
इत्यादिआदि
इंद्रधनुषइंद्रधनुष
इंद्रियइंद्रिय
इच्छाशक्तिइच्छा
इष्टपसंद
ईश्वरभगवान
ईमानविश्वास
ईरादाइरादा
ईश्वरत्वदेवत्व
इन्फ्लुएंजाफ्लू
ईमानदारीसचाई
ईदईद
ईंटईंट
ईश्वरवादधर्म
ईर्ष्याजलन
ईश्वरतादिव्यता
इंधनईंधन
इमेजछवि
इमारतबिल्डिंग
इन्कलाबक्रांति
इकट्ठाजमा
इंटेलिजेंसबुद्धिमत्ता
ई-मेलई-मेल
इंद्रजालजादू
इन्फॉर्मेशनजानकारी
ई-शॉपऑनलाइन शॉप
ईटईंट
इमेजिनेशनकल्पना
इन्कारअस्वीकार
इन्फ्लुएंसरप्रभावक

उ, ऊ से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
उपकारमदद
उपाधिडिग्री
उपदेशसलाह
उद्योगफैक्ट्री
उन्मादउन्माद
उपस्थितिउपस्थिति
उधारउधार
उन्नतितरक्की
उचारणउच्चारण
उन्नतितरक्की
उल्लासखुशी
उपासनापूजा
उपकारणउपकार
उल्लंघनउल्लंघन
उदासीनताउदासी
उष्णतागर्मी
उधारणउधार
उपकारकमददगार
ऊँचाऊँचा
उदात्तमहान
उकसानाउत्तेजित करना
उपनिषदउपनिषद
उन्मुक्तमुक्त
उल्लिखितलिखा हुआ
उग्रतीव्र
ऊंचाईऊँचाई
उपन्यासकहानी
उल्लंघितउल्लंघन
उपयोगीलाभकारी
उस्तादशिक्षक
उपयुक्तउचित
उपसमूहसमूह
उद्दीप्तउत्तेजित
उलझनपरेशानी
उपसर्गउपसर्ग
उपयोगउपयोग
उपनिवेशकॉलोनी
उद्यमव्यापार

ए, ऐ से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
एपिसोडभाग
एकताएकता
ऐतिहासिकऐतिहासिक
ऐश्वर्यसमृद्धि
एकलअकेला
एकत्रइकट्ठा
ऐश्वर्यऐश्वर्य
एजेंसीदफ्तर
ऐंठनदर्द
एकताएकता
एकांगीएकल
ऐतिहासिकऐतिहासिक
उत्कृष्टबेहतरीन
उपेक्षानजरअंदाज
अपेक्षाउम्मीद
एग्रीमेंटसमझौता
एंगेजमेंटसगाई
एकात्मताएकता
अर्चनापूजा
एकसारसमान
ऐलानघोषणा
ऐलानघोषणा
एंट्रीप्रवेश
एकवचनएकवचन
एकताएकता
ऐलानसूचना
ऐतिहासिकताइतिहास
एसेंबलीविधानसभा
एंट्रीप्रवेश
एसेंशियलआवश्यक
ऐलानघोषणा

ओ, औ से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
औपचारिकऔपचारिक
ओजस्वीतेजस्वी
ओतभरपूर
ओपनखुला
ओजशक्ति
ओढढँकना
ओसओस
ओपेराटसंगीत
औषधिदवा
औचित्यउचितता
औद्योगिकऔद्योगिक
ओढ़ाओढ़ा
ओढ़नीढँकने का कपड़ा
ओब्जेक्टवस्तु
ओनरमालिक
ओलम्पिकओलम्पिक
ओयलतेल
ओसओस
ओल्डपुराना

क, ख से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
कक्षकमरा
काव्यकविता
करुणादया
कृतज्ञताधन्यवाद
कालसमय
कर्णकान
कविकवि
कुमारीलड़की
कक्षकक्ष
कृतिकाम
कोषबहीखाता
कार्यकाम
कांतिचमक
कूटठग
केलिपकेले
कृपणगरीब
कृतकिया
कर्णकान
कद्रसराहना
कृतकिया
कर्णकान
कन्यालड़की
किरायाकिराया
खगपक्षी
खलदुष्ट
खेदपछतावा
ख्यातिप्रसिद्धि
खलनायकदुष्ट
खतपत्र
खजानाधन
खादखाद
खिंचनाखींचना
खतरनाकखतरनाक
खांसीखांसी
खासविशेष

ग, घ से शुरु होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
गणगिनती
गणनागिनना
गुरुशिक्षक
ग्रहघर
ग्रंथकिताब
गतचला
गोचरदिखने वाला
गहनागहना
गूढ़गहरा
गतिशीलसक्रिय
गुणगुण
गहनाआभूषण
गोष्ठीबैठक
गुरुगुरु
ग्रहणग्रहण
गणितगणित
गरिमाप्रतिष्ठा
गणितगणित
ग्रासभोजन
घातघात
घृणानफरत
घुमानाघुमाना
घरानाघराना
गृहघर
घड़ीघड़ी
घुसपैठघुसपैठ
गृहस्थगृहस्थ
घातकहानिकारक
घुमावमोड़
घुसनाघुसना
ग्रहणग्रहण
घुलनामिलाना
घरानापरिवार
घनाघना
घावचोट
गढ़निर्माण
घमंडघमंड

च, छ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
चित्रतस्वीर
चितध्यान
चक्रपहिया
चमत्कारआश्चर्य
चिरलंबा समय
चेष्टाप्रयास
चोरचोर
चुम्बकचुंबक
चित्रणचित्रण
छविचित्र
छानबीनछानबीन
छिड़कावछिड़काव
छायाछाया
छावनीछावनी
छानबीनछानबीन
छेदछेद
छंदकविता
छानछानना
चूर्णपाउडर
छूटछुट
छूटनाछूटना
छानछानना
चिढ़ानाचिढ़ाना

ज, झ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
ज्योतिरोशनी
ज्ञानजानना
जितजीत
जितेंद्रविजेता
ज्येष्ठबड़ा
जनकपिता
जीवजीवन
जपजाप
ज्वरबुखार
जड़जड़
झलकेझलके
झटकाझटका
झूठझूठ
झगड़ाझगड़ा
झीलझील
झोपड़ीझोपड़ी
झुकानाझुकाना
झाड़झाड़
झरीबूँद
झलकाझलका
झंडीझंडी

त, थ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
तपगर्मी
तपस्यासाधना
तत्त्वतत्व
तत्वज्ञातत्वज्ञ
तीर्थतीर्थ
त्राणबचाव
त्रासडर
त्रिशूलत्रिशूल
तंत्रतरीका
तांत्रिकतंत्रज्ञ
तापगर्मी
तापमानतापमान
थालीथाली
थकावटथकावट
थ्रिलरथ्रिलर
थानथाना
थिओरीसिद्धांत
थकानाथकाना
थर्डतीसरा
थिंकसोच
थोटविचार
थ्रीतीन

द, ध से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
दानदान
दीपदीप
धर्मधर्म
ध्वनिआवाज
द्रव्यवस्तु
दण्डसजा
दर्शनदर्शन
दार्शनिकविद्वान
द्यूतजुआ
दर्पणशीशा
धर्मधर्म
दारदार
द्रष्टादेखने वाला
धातुधातु
धाराधारा
धारणधारण
धूपधूप
धरतीपृथ्वी
धर्मधर्म
धर्मशास्त्रधर्मशास्त्र
ध्वजझंडा
ध्यानध्यान
धारधार
धूलधूल
ध्वस्तनष्ट
धृष्टबेवकूफ
ध्वनिध्वनि

न, प से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
नमकनमक
नंदनबेटे
निंदाबुराई
निवेदनअनुरोध
नायकनेता
नायकनायक
नगरशहर
नासमझसमझदार नहीं
नितहमेशा
नृपराजा
पत्रचिट्ठी
पट्टिकातख्ती
पलपल
प्रतिक्षाइंतजार
पौधपौधा
पुत्रबेटा
पट्टाचादर
पत्रिकापत्रिका
पवित्रशुद्ध
पानपान
पाटपाट
पार्थअर्जुन
पर्वपर्व
पाठपाठ
पहचानपहचान

फ, ब से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
फलकसतह
फलफल
फोटोग्राफीफोटो
फीरफिर
फर्जजिम्मेदारी
फलकफलक
फ्रीमुफ्त
फलीफल
बाणबाण
बिंदुबिंदु
बौद्धिकबौद्धिक
बंदबंद
बृहतबड़ा
बोधसमझ
बहलानामनाना
बस्तीबस्ती
बर्तनबर्तन
बधाईबधाई
बलशक्ति
बलात्कृतबलात्कृत
बहानाबहाना
बलिपात्रबलिपात्र
बनानाबनाना

भ, म से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
भावभावना
भाषणभाषण
भक्तिभक्ति
भ्रातृभाई
भृगुभृगु
भानुसूरज
भजनभजन
भूतभूत
भद्रअच्छा
भद्रताशिष्टता
भृत्यसेवक
भ्रष्टभ्रष्ट
भग्नटूटा
भयडर
भविष्यभविष्य
मणिरत्न
मांसमांस
मठमठ
मधुरमीठा
मनोहरसुंदर
मंडलमंडल
मंत्रीमंत्री
मंडपमंडप
मर्यादामर्यादा
मृदुनरम
मिलनमिलन
मुखमुँह
मूकचुप
मूर्तिमूर्ति

य, र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
यथार्थवास्तविक
यथासम्भावजैसा
यज्ञयज्ञ
यशनाम
यथार्थतासच्चाई
युगकाल
युक्तसही
योगयोग
यथार्थयथार्थ
यज्ञयज्ञ
रथरथ
रात्रिरात
राज्यराज
ऋणकर्ज
रचनात्मकरचनात्मक
रसरस
ऋषिऋषि
रोटीरोटी
रोगबीमारी
रचनात्मकरचनात्मक
राहरास्ता
ऋणकर्ज
रुकावटरुकावट
रेशमरेशम

ल, व से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
लक्षणसंकेत
लक्षलक्ष्य
लभप्राप्त
लताबेल
लुप्तगायब
लोकसमाज
लौकिकworldly
लाभलाभ
लिपिलेखन
वाक्यवाक्य
विद्याशिक्षा
विज्ञानविज्ञान
व्रतव्रत
वृक्षपेड़
वाचकबोलने वाला
वधहत्या
वाहनगाड़ी
विमर्शचर्चा
वर्धनबढ़ावा
वाकबोलना
वासनाइच्छाएँ
विलोमविपरीत
वादतर्क
वचनवचन
वचनोंवचन
विकारबदलाव

स, श, ष, श्र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
समयसमय
संस्कृतसंस्कृत
संग्रहसंग्रह
संकेतइशारा
संज्ञानाम
सम्राटसम्राट
सतसच्चा
स्नेहप्रेम
संस्कारआदत
समझसमझ
शांतिशांति
शुद्धसाफ
शास्त्रकिताब
शाकाहारशाकाहारी
शौर्यवीरता
श्रृंगारसजावट
शास्त्रशास्त्र
शिल्पकला
षष्ठीछठी
षडयंत्रसाजिश
श्रीश्री
श्रममेहनत
श्रेणीश्रेणी
श्रीमानश्रीमान

ह, क्ष से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
हर्षखुशी
ह्रदयदिल
हड्डीहड्डी
हाथहाथ
हलहल
हवालासंदर्भ
हेमसोना
हंसहंस
हैरानचौंका
हाजिरउपस्थित
क्षतिनुकसान
क्षमामाफी
क्षणपल
क्षत्रियराजपूत
क्षीरदूध
क्षीणकमजोर
क्षतिहानि
क्षणिकाक्षणिक
क्षणिकक्षणिक

त्र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द

तत्सम शब्दतद्भव शब्द
त्राणरक्षा
त्रैतीयतीसरा
त्रासडर
त्रिकोणत्रिकोण
त्रिवेणीसंगम
त्रैगुण्यतीन गुण
त्रिशूलत्रिशूल
त्रिवर्गतीन वर्ग
त्रिविधतीन प्रकार
त्रिशक्तितीन शक्तियाँ

तत्सम और तद्भव शब्दों का महत्व

तत्सम और तद्भव शब्दों का हिंदी व्याकरण में महत्वपूर्ण स्थान है और उनके प्रयोग से भाषा के विभिन्न पहलुओं को सशक्त बनाया जा सकता है। यहाँ तत्सम और तद्भव शब्दों के महत्व को विस्तार से बताया गया है:

भाषा की शक्ति और प्रभाविता:

  • तत्सम शब्द: इन शब्दों का प्रयोग भाषा को अधिक सशक्त और प्रभावी बनाता है। ये शब्द संस्कृत की जड़ों से आते हैं और साहित्यिक तथा औपचारिक संवाद में अधिक उपयोगी होते हैं। वे भाषा को एक विशेष गहराई और गंभीरता प्रदान करते हैं।
  • तद्भव शब्द: ये शब्द भाषा को अधिक सरल और सुबोध बनाते हैं। वे दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले सामान्य शब्द होते हैं, जो कि आम आदमी के लिए समझने में आसान होते हैं।

भाषा की समृद्धि और लोकप्रियता:

  • तत्सम शब्द: इनका प्रयोग भाषा की समृद्धि को बढ़ाता है। वे साहित्यिक, ऐतिहासिक और धार्मिक संदर्भों में उपयोगी होते हैं, जिससे भाषा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजा जा सकता है।
  • तद्भव शब्द: ये शब्द भाषा को अधिक लोकप्रिय बनाते हैं क्योंकि वे आम लोगों की दैनिक भाषा का हिस्सा होते हैं। उनकी सरलता और प्रचलन से भाषा का व्यापक रूप से उपयोग होता है।

भाषा की शुद्धता और अभिव्यक्ति क्षमता:

  • तत्सम शब्द: इन शब्दों के प्रयोग से भाषा की शुद्धता और माधुर्य बढ़ती है। ये शब्द संस्कृत से सीधे आए होते हैं और इसलिए शुद्धता को बनाए रखते हैं।
  • तद्भव शब्द: ये शब्द भाषा की अभिव्यक्ति क्षमता को बढ़ाते हैं। क्योंकि ये आम बोलचाल की भाषा में उपयोग होते हैं, वे विचारों और भावनाओं की सहज अभिव्यक्ति में मदद करते हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार:

  • तत्सम शब्द: इन शब्दों का प्रयोग भाषा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सहायता करता है। यह संस्कृत से उत्पन्न होने के कारण अन्य भाषाओं में भी समझे जा सकते हैं और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में सहायक होते हैं।

तत्सम और तद्भव शब्दों में अंतर

विशेषतातत्सम शब्दतद्भव शब्द
उत्पत्तिसंस्कृत भाषा सेसंस्कृत से विकसित, प्राकृत, अपभ्रंश से
वर्तनीसंस्कृत की वर्तनी के समानहिंदी की वर्तनी के अनुसार परिवर्तित
ध्वनिसंस्कृत की ध्वनियों को बनाए रखता हैसंस्कृत की ध्वनियों में परिवर्तन होता है
अर्थसंस्कृत के अर्थ के समानहिंदी में सामान्य अर्थ
उपयोगसाहित्यिक और औपचारिक संदर्भ मेंसामान्य बोलचाल की भाषा में
उदाहरणपुस्तक (संसकृत), धर्म, सिद्धिकिताब (पुस्तक का तद्भव रूप), साथ

MCQs

तत्सम शब्द क्या होता है?

a) हिंदी से विकसित
b) संस्कृत से विकसित
c) प्राकृत से विकसित
d) अंग्रेजी से विकसित

सही उत्तर: b) संस्कृत से विकसित

तद्भव शब्दों की वर्तनी कैसी होती है?

a) संस्कृत की वर्तनी के समान
b) हिंदी की वर्तनी के अनुसार
c) अंग्रेजी की वर्तनी के अनुसार
d) प्राकृत की वर्तनी के अनुसार

सही उत्तर: b) हिंदी की वर्तनी के अनुसार

निम्न में से कौन सा तत्सम शब्द है?

a) किताब
b) मित्र
c) घर
d) साथ

सही उत्तर: b) मित्र

तद्भव शब्द का एक उदाहरण क्या है?

a) धर्म
b) सिद्धि
c) किताब
d) वंदन

सही उत्तर: c) किताब

तत्सम शब्दों का अर्थ किस भाषा के समान होता है?

a) प्राकृत
b) संस्कृत
c) अपभ्रंश
d) अंग्रेजी

सही उत्तर: b) संस्कृत

तद्भव शब्दों का प्रयोग किस संदर्भ में अधिक होता है?

a) साहित्यिक
b) औपचारिक
c) बोलचाल की भाषा
d) धार्मिक

सही उत्तर: c) बोलचाल की भाषा

निम्न में से कौन सा तद्भव शब्द है?

a) वेद
b) ध्यान
c) पुस्तक
d) साक्षात्कार

सही उत्तर: c) पुस्तक

तत्सम शब्द किससे उत्पन्न होते हैं?

a) हिंदी
b) संस्कृत
c) प्राकृत
d) अपभ्रंश

सही उत्तर: b) संस्कृत

तद्भव शब्दों की ध्वनि कैसी होती है?

a) संस्कृत की ध्वनियों को बनाए रखती है
b) संस्कृत की ध्वनियों में परिवर्तन करती है
c) प्राकृत की ध्वनियों को बनाए रखती है
d) अंग्रेजी की ध्वनियों को बनाए रखती है

सही उत्तर: b) संस्कृत की ध्वनियों में परिवर्तन करती है

निम्न में से कौन सा शब्द तद्भव है?

a) तत्त्व
b) मित्र
c) धर्म
d) किताब

सही उत्तर: d) किताब

तत्सम शब्दों का उपयोग किस संदर्भ में अधिक होता है?

a) सामान्य बोलचाल
b) औपचारिक और साहित्यिक संदर्भ
c) प्राचीन ग्रंथ
d) आधुनिक लेखन

सही उत्तर: b) औपचारिक और साहित्यिक संदर्भ

निम्न में से कौन सा तत्सम शब्द है?

a) बच्चा
b) आदमी
c) वाचन
d) समय

सही उत्तर: c) वाचन

तद्भव शब्दों का अर्थ किस संदर्भ में होता है?

a) प्राचीन
b) आधुनिक
c) औपचारिक
d) हिंदी की सामान्य भाषा

सही उत्तर: d) हिंदी की सामान्य भाषा

तत्सम शब्दों में सामान्यतः क्या होता है?

a) वर्तनी में परिवर्तन
b) ध्वनि में परिवर्तन
c) अर्थ में परिवर्तन
d) कोई परिवर्तन नहीं होता

सही उत्तर: d) कोई परिवर्तन नहीं होता

निम्न में से कौन सा तद्भव शब्द है?

a) चिकित्सा
b) अस्पताल
c) संस्कृत
d) साहित्य

सही उत्तर: b) अस्पताल

तद्भव शब्दों की वर्तनी किस भाषा की तरह होती है?

a) संस्कृत
b) हिंदी
c) प्राकृत
d) अपभ्रंश

सही उत्तर: b) हिंदी

निम्न में से कौन सा शब्द तत्सम है?

a) नाटक
b) पुस्तक
c) घर
d) बच्चा

सही उत्तर: b) पुस्तक

तद्भव शब्दों का उपयोग किस प्रकार की भाषा में होता है?

a) औपचारिक
b) साहित्यिक
c) बोलचाल की भाषा
d) शैक्षिक

सही उत्तर: c) बोलचाल की भाषा

तत्सम शब्दों में ध्वनि क्या होती है?

a) बदलती हुई
b) सरल
c) पुरानी संस्कृत की ध्वनि
d) आधुनिक ध्वनि

सही उत्तर: c) पुरानी संस्कृत की ध्वनि

निम्न में से कौन सा तद्भव शब्द है?

a) धर्म
b) अनुभव
c) साक्षात्कार
d) चिंतन

सही उत्तर: b) अनुभव

आशा है कि आपको यह ब्लॉग “Tatsam Tadbhav Shabd” पसंद आया होगा। यदि आप कोट्स पर और ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं, तो iaspaper के साथ जुड़े रहें।

FAQs

तत्सम शब्द क्या होते हैं?

तत्सम शब्द वे होते हैं जो संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के हिंदी में आए होते हैं। इनकी वर्तनी और ध्वनि संस्कृत के समान होती है, जैसे ‘धर्म’, ‘मित्र’, ‘शास्त्र’।

तद्भव शब्द क्या होते हैं?

तद्भव शब्द वे होते हैं जो संस्कृत शब्दों से विकसित होकर हिंदी में आए हैं, लेकिन इनकी वर्तनी और ध्वनि में परिवर्तन हो गया है। उदाहरण के लिए, ‘किताब’ (तद्भव: ‘पुस्तक’)।

तत्सम और तद्भव शब्दों में अंतर क्या है?

तत्सम शब्दों की वर्तनी और ध्वनि संस्कृत से मिलती है, जबकि तद्भव शब्दों में वर्तनी और ध्वनि में बदलाव होता है और ये हिंदी में अधिक प्रचलित होते हैं।

क्या तत्सम शब्दों का अर्थ संस्कृत के समान होता है?

हाँ, तत्सम शब्दों का अर्थ संस्कृत के समान होता है और ये शब्द औपचारिक और साहित्यिक संदर्भ में उपयोग होते हैं।

तद्भव शब्दों का उपयोग किस संदर्भ में अधिक होता है?

तद्भव शब्दों का उपयोग आम बोलचाल की भाषा में अधिक होता है और ये हिंदी की सामान्य भाषा का हिस्सा होते हैं।

तत्सम शब्दों के कुछ उदाहरण क्या हैं?

‘पुस्तक’, ‘संगीत’, ‘मंत्र’, ‘योग’।

तद्भव शब्दों के कुछ उदाहरण क्या हैं?

‘किताब’ (तद्भव: ‘पुस्तक’), ‘घर’ (तद्भव: ‘गृह’), ‘पंखा’ (तद्भव: ‘वायु’)।

तत्सम शब्दों की वर्तनी और ध्वनि में क्या समानता होती है?

तत्सम शब्दों की वर्तनी और ध्वनि संस्कृत के समान होती है, जिसमें कोई परिवर्तन नहीं होता।

तद्भव शब्दों में ध्वनि और वर्तनी में क्या परिवर्तन होता है?

तद्भव शब्दों में संस्कृत की ध्वनि और वर्तनी में बदलाव होता है, जिससे ये हिंदी में अधिक सरल और सहज लगते हैं।

तत्सम और तद्भव शब्दों का भाषा पर क्या प्रभाव पड़ता है?

तत्सम शब्द भाषा की शुद्धता और सांस्कृतिक समृद्धि को बनाए रखते हैं, जबकि तद्भव शब्द भाषा को सरल और प्रचलित बनाते हैं, जिससे यह अधिक व्यापक रूप से समझी जाती है।

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