Dr Bhimrao Ambedkar Biography – संघर्ष और सफलता की कहानी
डॉ. भीमराव अंबेडकर भारतीय समाज के एक प्रमुख नेता, समाज सुधारक, और संविधान निर्माता थे, जिन्होंने भारतीय सामाजिक और राजनीतिक […]
डॉ. भीमराव अंबेडकर भारतीय समाज के एक प्रमुख नेता, समाज सुधारक, और संविधान निर्माता थे, जिन्होंने भारतीय सामाजिक और राजनीतिक […]
“फर्स्ट इम्प्रेशन इज द लास्ट इम्प्रेशन” यह उक्ति पूरी तरह से सही है, विशेषकर जब किसी फ्रेशर को अपनी पहली
व्यक्तिवाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है जो किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम को इंगित करती है। इसे
भाववाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है, जो किसी वस्तु, व्यक्ति या प्राणी के गुण, भाव, स्वभाव, या अवस्था को व्यक्त
वर्तमान समय में, स्कूलों, कॉलेजों, और प्रतियोगी परीक्षाओं में हिंदी व्याकरण और अलंकारों से संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं।
जातिवाचक संज्ञा (Common Noun) वह संज्ञा होती है जो किसी विशेष प्रकार के प्राणी, वस्तु, स्थान या अन्य किसी वर्ग
समय जीवन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी न तो कोई शुरुआत है और न ही कोई अंत। समय
टेंस या काल वह माध्यम है जिससे हमें पता चलता है कि किसी कार्य का समय क्या है। यह तीन
माँ शब्द छोटा लगता है, लेकिन उसकी गहराई और महत्व को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। माँ हर
नदी के पर्यायवाची शब्द मुख्य रूप से सरिता, तरंगिणी, और तटनी के रूप में उपयोग किए जाते हैं। इसके अलावा