Gulzar Shayari in Hindi – पढ़िए गुलज़ार साहब 150+ की मशहूर शायरी

भारत ने कला और साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और इसका जीवंत उदाहरण यहाँ का विशाल साहित्य और अद्वितीय कलाकारों का अमूल्य ज्ञान है। साहित्य समाज की चेतना को जागृत करने का महत्वपूर्ण कार्य करता है, और गुलज़ार साहब ऐसे शायर हैं जिन्होंने साहित्य को सरल भाषा में आम लोगों तक पहुँचाया है। गुलज़ार के लेखन ने पूरी दुनिया पर अपनी अनूठी छाप छोड़ी है, जो उनकी हर शायरी में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। उनके लिखे गीत समाज की गहरी धरोहर बन गए हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। 

इस ब्लॉग के माध्यम से आप गुलज़ार की हिंदी शायरी को पढ़ सकते हैं। यह कहना बिल्कुल सही होगा कि गुलज़ार की हिंदी शायरी आपके मन को छू जाएगी और आपको भावनात्मक रूप से समृद्ध करेगी। इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें और गुलज़ार की शायरी की अनूठी दुनिया का आनंद लें।

गुलज़ार साहब का संक्षिप्त जीवन परिचय

गुलज़ार साहब, जिनका असली नाम सदीक हुसैन उस्मान, भारतीय फिल्म उद्योग के एक प्रमुख गीतकार, कवि, और निर्देशक हैं। उनका जन्म 18 अगस्त 1936 को डेरा गाज़ी ख़ान (अब पाकिस्तान) में हुआ था। गुलज़ार का नाम हिंदी सिनेमा में अपनी अनूठी लेखनी और भावनात्मक गहराई के लिए जाना जाता है।

गुलज़ार ने अपने करियर की शुरुआत 1960 के दशक में की और जल्दी ही अपनी विशेष शैली के लिए मशहूर हो गए। उन्होंने कई प्रमुख हिंदी फिल्मों के लिए गीत लिखे, जैसे “मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू” (अराधना), “तुमhare हसीन रुख” (मौसम), और “तुम्हें याद करें” (ख़ूबसूरत)। उनके गीत अक्सर गहरी भावनाओं और सुंदरता की छवियों से भरपूर होते हैं।

गुलज़ार ने निर्देशन में भी अपनी छाप छोड़ी, उनकी फिल्में “आंधी” और “माचिस” विशेष रूप से सराही गईं। उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और कई अन्य सम्मान प्राप्त हुए हैं, जो उनकी कला और योगदान की पुष्टि करते हैं। गुलज़ार का साहित्यिक और सिनेमा के प्रति समर्पण उन्हें भारतीय सांस्कृतिक परिदृश्य का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है।

गुलज़ार साहब की शायरी

“दिल ढूंढता है फिर वही फुर्सत के रात दिन,
बैठा हूँ जहाँ, तुम्हें तलाश करता हूँ।”

“चाहे कितना भी वक़्त गुज़रे,
सच्चाई का एक छोटा सा लम्हा भी,
कभी छिपता नहीं, खुद को ही देखने के लिए।”

“ज़िंदगी से यही सवाल है,
तुझसे भी वो ही गिला है,
चाहे लम्हे भी हो हमेशा,
सदियों से वो ही सिलसिला है।”

“तेरा नाम लूँ जुबाँ से,
दिल की बात बता दूँ,
तेरी राहों में खोकर,
तेरा ही हो जाऊँ।”

“हवा की तरह बहते रहना,
दूर कहीं छिपते रहना,
सपनों में बस रहना,
सपनों से हम सबको मिलना।”

“ज़िंदगी की राहों में,
सपनों की तरह खोना,
नदियों की तरह बहना,
सपनों के संग जीना।”

“तेरे बिना भी, सब कुछ अधूरा है,
तेरे बिना जीना भी मुश्किल है।”

“कभी कभी ये दिल भी,
आसमान की तरह बहकता है,
चाँद की तरह लहराता है,
तारों की तरह चमकता है।”

“बातों की तन्हाई,
दिल की खामोशी,
सपनों की सच्चाई,
जिंदगी की परछाई।”

“सपनों की राह पर,
कभी कभी हम खो जाते हैं,
सपनों की चादर में,
रातों की काली स्याही में।”

“ज़िंदगी की किताब,
हर पन्ने पर,
तेरे ही ख्यालों की गंध।”

“तेरे बिना ये रातें,
अधूरी सी लगती हैं,
तेरे बिना ये राहें,
अजनबी सी लगती हैं।”

“तेरे बिना भी ये दिल,
तुझसे बातें करता है,
तेरे बिना ये दिल,
तेरे ख्वाबों में खो जाता है।”

“हवा में बसी तेरी खुशबू,
हर सांस में तेरा नाम,
तेरे बिना ये दिल,
खो जाता है हर शाम।”

“दिल की धड़कनें,
तेरी यादों में खोई रहती हैं,
तेरे बिना ये धड़कनें,
खामोश सी लगती हैं।”

“चाँद की चाँदनी में,
तेरी यादों की बातें,
तेरे बिना भी ये दिल,
तुझसे बातें करता है रातों में।”

“सपनों की दुनिया में,
कभी कभी खो जाते हैं,
तेरे बिना भी ये सपने,
तेरे ख्यालों में खो जाते हैं।”

“तेरे बिना ये दिल,
खाली सा लगता है,
तेरे बिना ये जिंदगानी,
सुनी सुनी सी लगती है।”

“रात की चुप्प में,
तेरी यादों का सिलसिला,
दिल की धड़कनें,
तुझसे ही मिलती हैं।”

“सपनों की चादर में,
तेरे बिना ये रातें,
अधूरी सी लगती हैं,
तेरे बिना सब कुछ अधूरा।”

“तेरे बिना भी ये दिल,
तेरी आवाज़ को सुनता है,
तेरे बिना ये दिल,
तेरे ख्यालों में खोया रहता है।”

“ज़िंदगी की राहों में,
तेरे बिना हर लम्हा,
अधूरा सा लगता है,
तेरे बिना सब कुछ खाली है।”

“सपनों की बातों में,
तेरे बिना ये दिल,
खो जाता है हर पल,
तेरे बिना सब कुछ अधूरा।”

“दिल की धड़कनें,
तेरे बिना भी तेज रहती हैं,
तेरे बिना ये दिल,
तेरे ख्यालों में खो जाता है।”

“चाँद की चाँदनी में,
तेरे ख्यालों की बातों,
रात की चुप्प में,
तुझसे ही मिलती हैं।”

“तेरे बिना ये दिल,
खाली सा लगता है,
तेरे बिना ये जिंदगानी,
अधूरी सी लगती है।”

“सपनों की दुनिया में,
तेरे बिना सब कुछ,
अधूरा सा लगता है,
तेरे बिना ये रातें अधूरी हैं।”

“रात की चुप्प में,
तेरी यादों का सिलसिला,
दिल की धड़कनें,
तुझसे ही मिलती हैं।”

“तेरे बिना भी ये दिल,
तेरे ख्यालों में खोया रहता है,
तेरे बिना ये दिल,
तुझसे बातें करता है।”

“ज़िंदगी की किताब,
तेरे बिना अधूरी लगती है,
तेरे बिना ये पन्ने,
खाली और सुने से लगते हैं।”

गुलज़ार के अनमोल विचार

आया था सोचा था दिल की बातें होंगी,
मगर तेरे ख्यालों में उलझकर रह गया,
ज़िंदगी की गली में हर मोड़ पर,
तेरे ही अल्फाज़ सुनने को मिला।

सुबह की रोशनी में छुपा था कोई राज,
सोचा था खुद से सुकून मिलेगा,
मगर हर किरण ने तेरे नाम का इशारा किया,
जो खुद से भी छुपा न पाया दिल।

चले थे उम्मीदों के संग नए सफर पर,
पलकों पर ख्वाबों की चादर लपेटे हुए,
मगर हर मंजिल पर तेरी यादें मिलीं,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

तारे की चमक में खो जाने की ख्वाहिश थी,
आसमान की ऊँचाइयों पर तेरा ही ख्याल था,
मगर हर तारा तेरे ही ख्वाबों को लाया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

सपनों के झील में डूब जाने का मन था,
हर लहर पर तेरी मुस्कान का इशारा था,
मगर हर ठहराव ने तेरे ख्यालों को लाया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

दिल की गहराइयों में छुपी थी एक याद,
सोचा था खुद से मिलूँगा वहाँ,
मगर हर लहर ने तेरे नाम को पुकारा,
जो खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

रात की चाँदनी में खो जाने का मन था,
तेरे ख्यालों की मिठास की तलाश थी,
मगर हर चाँद ने तेरे ही नाम को पुकारा,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

धूप की गर्मी में छुपे थे कोई राज,
सोचा था खुद से सुकून मिलेगा,
मगर हर किरण ने तेरे ख्यालों को लाया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

सपनों की बुनाई में खो जाने का मन था,
तेरे बिना ये सपने अधूरे लगते थे,
मगर हर धागे ने तेरे ही ख्यालों को लपेटा,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

सुबह की ठंडी हवा में तेरा ही ख्याल था,
सूरज की पहली किरण भी तेरे नाम से शुरू होती थी,
मगर हर हवा ने तेरे ख्वाबों को छूने का इशारा किया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

सूरज की किरणों में खो जाने का मन था,
हर सुबह तेरे ख्यालों का स्वागत था,
मगर हर किरण ने तेरे नाम की महक बिखेरी,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

रात की चुप्प में तेरे ख्यालों की तलाश थी,
सपनों के झरने में तेरे नाम की गूंज थी,
मगर हर बूंद ने तेरे ख्यालों को जगाया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

चाय की प्याली में खो जाने की ख्वाहिश थी,
तेरे बिना ये चाय अधूरी लगती थी,
मगर हर उबाल ने तेरे ख्यालों को लाया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

दिल की धड़कनों में तेरे नाम का संगीत था,
सपनों की धुन पर तेरी ही बातें थी,
मगर हर सुर ने तेरे ख्यालों को बुलाया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

तारों की चमक में तेरे ख्यालों का अक्स था,
रात की ठंडी हवाओं में तेरे नाम की गूंज थी,
मगर हर तारा तेरे ख्वाबों को लेकर आया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

सपनों की दुनिया में खो जाने की ख्वाहिश थी,
तेरे बिना ये सपने अधूरे लगते थे,
मगर हर ख्वाब ने तेरे नाम को सजाया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

रात की चाँदनी में खो जाने का मन था,
तेरे बिना ये चाँदनी फीकी लगती थी,
मगर हर चमक ने तेरे ख्यालों को लुभाया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

सूरज की किरणों में तेरे ख्यालों का संग था,
हर सुबह तेरे बिना अधूरी लगती थी,
मगर हर किरण ने तेरे नाम की महक बिखेरी,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

सपनों की बुनाई में खो जाने की चाह थी,
तेरे बिना ये सपने अधूरे लगते थे,
मगर हर धागे ने तेरे ख्यालों को लपेटा,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

सुबह की ठंडी हवा में तेरे ख्यालों की महक थी,
सूरज की पहली किरण भी तेरे नाम से शुरू होती थी,
मगर हर हवा ने तेरे ख्वाबों को छूने का इशारा किया,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

रात की चाँदनी में खो जाने का मन था,
तेरे ख्यालों की मिठास की तलाश थी,
मगर हर चाँद ने तेरे नाम को पुकारा,
जिन्हें खुद से भी छुपा न सका ये दिल।

गुलजार शायरी हिन्दी

गुलज़ार की शायरी हिंदी में उनकी संवेदनशीलता और गहरी सोच को खूबसूरती से व्यक्त करती है। यहाँ कुछ बेहतरीन गुलज़ार की शायरी प्रस्तुत की जा रही है:

“तुझसे बिछड़े हुए कई साल हो गए,
फिर भी तेरे इंतज़ार में हर पल गुजरता है।”

“ज़िंदगी की राहों पर छुपा है कोई सच,
मुझे तलाश है उस सच की, जो दिल से जुड़ा हो।”

“मुस्कान तेरी मेरे दिल की ज़रूरत है,
तेरे बिना यह दिल तो बस एक ख़्वाब है।”

“आँधियों में खो जाने की ख्वाहिश थी,
तेरे बिना ये सपने अधूरे लगते थे।”

“दिल की गहराइयों में तेरे ख्याल छुपे हैं,
आँखों में तेरा अक्स हर रोज़ नजर आता है।”

“तेरे बिना यह शाम भी उदास लगती है,
हर लम्हा तेरे ख्यालों से सज जाता है।”

“चाँद की चाँदनी में तेरी यादें बसी हैं,
रात के सन्नाटे में तेरा ही सुर गूंजता है।”

“सपनों की दुनिया में खो जाने की चाह थी,
तेरे बिना यह सपना अधूरा लगता है।”

“दिल के दरवाजे पर बसी है तेरी यादें,
हर ख्वाब में तेरा ही चेहरा नजर आता है।”

“तेरे बिना जीवन की राहें भी वीरान लगती हैं,
तेरे ख्यालों की ताज़गी हर पल चाहिए।”

“तेरे बिना सुबह भी अधूरी लगती है,
तेरे ख्यालों की रोशनी हर दिन चाहिए।”

“रात की चाँदनी में तेरा ख्याल चमकता है,
तेरे बिना यह चाँदनी भी फीकी लगती है।”

“तू नहीं तो यह दिल भी सूना लगता है,
तेरे बिना हर पल अधूरा सा लगता है।”

“तेरे जाने के बाद भी तेरा अक्स दिल में बसा है,
तेरे बिना यह दिल अब भी तुझसे मिलता है।”

“चाय की प्याली में तेरी यादों का स्वाद है,
तेरे बिना यह चाय भी बे-स्वाद लगती है।”

“सपनों के झील में तेरे ख्यालों की लहरें हैं,
तेरे बिना यह झील भी सूनी सी लगती है।”

“तेरे बिना हर रंग भी फीका सा लगता है,
तेरे ख्यालों की छाया हर जगह बसी है।”

“रात की चुप्प में तेरे ख्याल बेताब हैं,
तेरे बिना यह रात भी अधूरी सी लगती है।”

“सपनों की दुनिया में खो जाने की इच्छा है,
तेरे बिना यह दुनिया अधूरी सी लगती है।”

“तेरे बिना इस दिल की धड़कन भी कमजोर है,
तेरे ख्यालों की गर्मी हर पल चाहिए।”

“तेरे बिना सर्दियों की ठिठुरन भी असहनीय है,
तेरे बिना यह दिल भी ठंडा सा लगता है।”

“तेरे बिना यह दिल खाली सा लगता है,
तेरे ख्यालों की सूरत हर जगह बसी है।”

“रात के अंधेरों में तेरी यादें चमकती हैं,
तेरे बिना यह रातें भी हर्षित लगती हैं।”

“तेरे बिना यह चाँद भी बेकरार सा लगता है,
तेरे ख्यालों की चाँदनी हर पल चाहिए।”

“तेरे बिना सुबह का सूरज भी फीका लगता है,
तेरे ख्यालों की रौशनी हर सुबह चाहिए।”

गुलजार शायरी जिंदगी 2 line

गुलज़ार की शायरी जीवन के विभिन्न पहलुओं को बड़े हसीन और गहरे तरीके से व्यक्त करती है। यहाँ जीवन पर आधारित उनकी कुछ 2 पंक्तियों वाली शायरी प्रस्तुत है:

“ज़िंदगी का हर लम्हा एक किताब की तरह है,
पलकों पर रखो, कुछ पन्ने खुद भी पढ़ो।”

“जिंदगी की राहों में कुछ लोग रास्ते बनाते हैं,
कुछ लोग राहों में बिछी हुई चादर होती हैं।”

“ज़िंदगी की किताब में हर पन्ना नया लगता है,
जैसे हर सुबह एक नई सुबह का आगाज़ हो।”

“ज़िंदगी के सफर में कभी रुको मत,
हर ठहराव खुद एक नई दिशा दिखाता है।”

“जिंदगी का सबसे बड़ा सच यही है कि,
जिन्हें हम भूल जाते हैं, वो कभी भूलते नहीं।”

“ज़िंदगी के रंगमंच पर कभी हंसो, कभी रोओ,
यह खेल खुद से खुद तक चलने का होता है।”

“जिंदगी की गहराइयों में छुपी हैं कई बातें,
जिन्हें समझने के लिए दिल की आँखें चाहिए।”

“ज़िंदगी की राहों में हर मोड़ पर एक सबक है,
सिर्फ समझने की जरूरत है, हाँसी की आँखों से।”

“जिंदगी के सफर में हर दर्द का सबक होता है,
हर आंसू एक नई सुबह की शुरुआत करता है।”

“जिंदगी की किताब में पन्ने हम खुद पलटते हैं,
लेकिन कुछ कहानियाँ खुद ही बयां हो जाती हैं।”

गुलज़ार शायरी इन हिंदी लिरिक्स

यहाँ गुलज़ार साहब के कुछ प्रसिद्ध हिंदी लिरिक्स दिए गए हैं, जो उनकी शायरी की सुंदरता और गहराई को दर्शाते हैं:

“तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई तोल है,
तेरे बिना ज़िन्दगी में खुद को खो रहा हूँ।”

“मुस्कुराते हुए लम्हे याद आ रहे हैं,
तेरे बिना दिल का हर कोना उदास हो रहा है।”

“सिर्फ एहसास है ये मुझको,
दिल से दिल की बातें होती हैं।”

“चाँदनी रातों में तेरे बिना दिल की धड़कनें,
सिर्फ खामोशियाँ सुनाई देती हैं।”

“छोटे छोटे सवालों का जवाब तलाशता हूँ,
ज़िन्दगी के इस सफर में खुद को तलाशता हूँ।”

“तेरे बिना हर रंग भी फीका सा लगता है,
तेरे ख्यालों की छाया हर जगह बसी है।”

“तेरे बिना ये दिल भी सूना सा लगता है,
तेरे ख्यालों की रौशनी हर पल चाहिए।”

“ज़िन्दगी की राहों में छुपा है कोई सच,
मुझे तलाश है उस सच की, जो दिल से जुड़ा हो।”

“रात की चाँदनी में तेरी यादें बसी हैं,
रात के सन्नाटे में तेरा ही सुर गूंजता है।”

“खुशबू के रंगीले लम्हे तेरे बिना अधूरे हैं,
तेरे बिना हर गीत भी बेसुरा लगता है।”

“तेरे बिना सर्दियों की ठिठुरन भी असहनीय है,
तेरे बिना यह दिल भी ठंडा सा लगता है।”

“ज़िन्दगी के सफर में कभी रुको मत,
हर ठहराव खुद एक नई दिशा दिखाता है।”

“तेरे बिना यह चाँद भी बेरंग सा लगता है,
तेरे ख्यालों की चमक हर रात चाहिए।”

“तेरे बिना हर लम्हा नीरस सा लगता है,
तेरे ख्यालों की मिठास हर पल चाहिए।”

“तेरे बिना यह दिल भी चुप सा लगता है,
तेरे ख्यालों की धड़कन हर पल चाहिए।”

गुलज़ार के महत्वपूर्ण विचार

गुलज़ार के महत्वपूर्ण विचार उनकी गहरी सोच और जीवन के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाते हैं। उनके विचार अक्सर प्रेम, संबंध, और जीवन की वास्तविकताओं पर आधारित होते हैं। यहाँ गुलज़ार के कुछ महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए गए हैं:

  • “ज़िंदगी की हकीकत को समझने के लिए हमें खुद को कभी सच्चाई से नहीं बचाना चाहिए।”

  • “हम सब अपने अतीत से बचने की कोशिश करते हैं, लेकिन यही अतीत हमारे वर्तमान को आकार देता है।”
  • “सच्चा प्रेम वह है जो किसी भी शर्त के बिना होता है, बिना किसी अपेक्षा के।”
  • “हर इंसान की अपनी एक कहानी होती है, और हर कहानी में कई लम्हे छुपे होते हैं।”
  • “खुश रहना खुद से, अपनी सोच से, और अपने फैसलों से जुड़ा होता है। दूसरों की उम्मीदें कभी पूरी नहीं हो सकतीं।”
  • “जिंदगी में सच्ची ख़ुशी तब मिलती है जब हम अपने सपनों को जीते हैं, न कि उन्हें पूरा करने की चिंता करते हैं।”
  • “रिश्ते केवल जुड़ने का नाम नहीं, बल्कि एक-दूसरे की भावनाओं को समझने और उन्हें सम्मान देने का नाम भी है।”

  • “हमेशा याद रखो, एक व्यक्ति की सबसे बड़ी ताकत उसकी संवेदनशीलता और उसकी सोच होती है।”
  • “प्रेम और दोस्ती दोनों में गहराई होनी चाहिए, परफेक्शन नहीं।”
  • “जिंदगी की सबसे बड़ी चुनौती है अपने आप को जानना और अपने आप से सच्चा होना।”
  • “वक्त के साथ चलना आसान नहीं, लेकिन खुद को बदलना भी कभी आसान नहीं होता।”
  • “लोग अक्सर सुनना चाहते हैं वही जो वे सुनना चाहते हैं, न कि सच्चाई।”
  • “हर व्यक्ति की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि हर दिल की धड़कन अलग होती है।”
  • “आवाज में असर और शब्दों में वजन हो, यही किसी शायर की पहचान होती है।”
  • “मूल्यों का सम्मान न केवल समाज के लिए, बल्कि खुद के लिए भी महत्वपूर्ण होता है।”

गुलजार की दर्द भरी शायरी

गुलज़ार की शायरी में दर्द और संवेदनशीलता का अनूठा मेल मिलता है। उनकी दर्द भरी शायरी अक्सर जीवन के कठिन क्षणों और दिल की गहराइयों को छूने वाली होती है। यहाँ कुछ दर्द भरी शायरी प्रस्तुत की जा रही है:

“वो जो हमसे बिछड़ गए हैं,
उनकी यादों में खोया हूँ,
जिंदगी के हर मोड़ पर उनकी कमी महसूस करता हूँ।”

“दिल से निकली हैं ये दर्द की बातें,
जिन्हें सुनकर भी दिल को सुकून नहीं मिलता।”

“हमने खुद को ढूंढने की कोशिश की,
पर उनकी यादों के बीच खुद को खो दिया।”

“रात की चुप्प में गूंजते हैं तेरे बिना के अहसास,
जैसे हर दर्द की आवाज़ मेरे दिल में समा गई हो।”

“तू नहीं है तो ये जिंदगी भी अधूरी है,
तेरे बिना ये दिल बस एक बेताब सा है।”

“वो ख्वाब जो कभी पूरे नहीं हुए,
उनकी यादें अब दर्द की तरह दिल में बस गई हैं।”

“सपनों की दुनिया में खोया हुआ दिल,
हर सुबह उस ख्वाब के टूटने की याद से चुराया हुआ है।”

“आँखों के आंसू भी अब दिल की बात कहने लगे हैं,
जैसे दिल की हर खुशी अब दर्द में बदल गई हो।”

“तेरे बिना ये दिल भी एक सूनी सड़क पर खोया हुआ है,
जिसकी हर धड़कन अब तेरा नाम लेती है।”

“तुम्हारी यादें दिल को छू जाती हैं,
जैसे दर्द की हर लकीर अब उसमें बसी हो।”

“रात की तन्हाई में तेरे बिना,
दिल के हर कोने में तेरी कमी महसूस होती है।”

“जब से तुम गए हो, दिल में एक खालीपन छा गया,
तेरे बिना हर खुशी अब दर्द में बदल गई है।”

“तुम्हारी यादें अब मेरे दिल के कोने में बसी हैं,
जैसे दर्द का हर अहसास तुमसे जुड़ा हो।”

“दिल की धड़कनों में तेरे बिना के ख्वाब गूंजते हैं,
जैसे हर लम्हा अब दर्द की चुप्प है।”

“वो मीठी बातें अब बस एक ख्वाब की तरह रह गई हैं,
तेरे बिना का दर्द हर पल मेरे दिल को छूता है।”

दोस्ती पर गुलज़ार की शायरियां

गुलज़ार की शायरी दोस्ती के भावनात्मक पहलुओं को बहुत सुंदरता से पेश करती है। दोस्ती पर आधारित उनकी शायरी अक्सर गहराई, सच्चाई और भावनाओं की सच्ची तस्वीर प्रस्तुत करती है। यहाँ दोस्ती पर आधारित गुलज़ार की कुछ शायरी पेश की जा रही है:

“दोस्ती का मतलब न तो गिनती से है,
न ही लम्हों से, बस दिल से है।”

“सच्ची दोस्ती वो है, जो बिना किसी शर्त के हो,
जहाँ खुद को खोना भी खुशी की बात हो।”

“वो दोस्त जो हर दुःख में साथ हो,

वही दोस्ती की असली पहचान है।”

“कुछ दोस्त यादों में बसी ज़िंदगी की किताब की तरह होते हैं,
जो हर पल को सजाते हैं, बिना शब्दों के।”

“दोस्ती की खुशबू हमेशा ताज़ा रहती है,
चाहे वक्त कितनी भी दूरी डाल दे।”

“कभी दोस्त भी मेरी शायरी में समा जाते हैं,
जैसे उनकी मुस्कान मेरे हर अल्फाज़ में बसी हो।”

“सच्चे दोस्त वो हैं जो बिन कहे भी समझ जाते हैं,
दिल की गहराइयों में छुपी भावनाओं को बयाँ कर देते हैं।”

“दोस्ती की राह में मुश्किलें भी हंसकर पार की जाती हैं,
क्योंकि सच्चे दोस्त कभी अकेला नहीं छोड़ते।”

“दोस्त के बिना जिन्दगी का हर सफर अधूरा लगता है,
उनकी हंसी भी एक जादू की तरह दिल को छू जाती है।”

“सच्ची दोस्ती में कोई भी दूरी मायने नहीं रखती,
दिल की करीबियाँ ही सब कुछ समझा देती हैं।”

“दोस्त एक जादू की तरह होते हैं,
जिन्हें देखकर हर दर्द भी खुशी में बदल जाता है।”

“हर दोस्त की दोस्ती में छुपी होती है एक अनकही कहानी,
जो समय के साथ खुलती जाती है, जैसे एक खूबसूरत कविता।”

“दोस्ती का सफर कभी खत्म नहीं होता,
हर लम्हा एक नई शुरुआत की तरह होता है।”

“सच्चे दोस्त कभी भी वक्त की कसौटी पर नहीं गिरते,
उनकी दोस्ती हमेशा दिल के करीब रहती है।”

“जब दिल भर जाता है शब्दों से,
तब दोस्ती की चुप्प भी सबसे बेशकीमती होती है।”

गुलज़ार की अन्य उम्दा शायरियां

गुलज़ार की शायरी अपनी गहराई, संवेदनशीलता और अनूठी भावनाओं के लिए जानी जाती है। उनकी उम्दा शायरी कई भावनात्मक पहलुओं को छूती है। यहाँ उनकी कुछ बेहतरीन शायरी पेश की जा रही है:

“आसमान में कुछ लोग बहुत अच्छे होते हैं,
मगर धरती पर रहकर उन्हें याद करना भी मुश्किल होता है।”

“वो जो हमें छोड़कर चले गए,
वो किसी और के साथ कहीं और मुस्कुराते हैं।”

“तुम्हारे बिना हर जगह सन्नाटा है,
तुम्हारी यादें अब दिल की गहराइयों में बसी हैं।”

“तूफान की कोई भी ताकत हमें अलग नहीं कर सकती,
हमारे दिलों की धड़कनें हमेशा एक जैसी रहती हैं।”

“दिल की खिड़कियों से बाहर देखो,
वहाँ सिर्फ सपनों की झलकियाँ हैं, हकीकत नहीं।”

“जिंदगी की किताब में कुछ अल्फाज़ भी छुपे होते हैं,
जो सिर्फ दिल की धड़कनों से पढ़े जाते हैं।”

“तेरे बिना दिल की धड़कनें भी सुनी नहीं जातीं,
जैसे एक अधूरी कहानी का कोई हिस्सा गायब हो।”

“छोटे छोटे लम्हे भी याद रह जाते हैं,
जब दिल से जुड़ी हो कोई मीठी सी बात।”

“तुम्हारे बिना ये दिल भी एक खाली पन्ना है,
जिस पर कोई शब्द अब तक नहीं लिखे गए।”

“सपनों की दुनिया में खोया हुआ दिल,
हर सुबह उस ख्वाब के टूटने की चिंता करता है।”

आशा है कि आपको यह ब्लॉग “Gulzar Shayari in Hindi” पसंद आया होगा। यदि आप कोट्स पर और ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं, तो iaspaper के साथ जुड़े रहें।

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