Sangya in Hindi – संज्ञा की परिभाषा, भेद और उपयोग

क्या आप जानते हैं कि हमारे चारों ओर की अधिकांश चीजें संज्ञा होती हैं? संज्ञा वह शब्द होता है जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, या भाव को इंगित करता है। इसमें व्यक्ति के नाम, वस्तुओं के नाम, और मानवीय भावनाएँ शामिल होती हैं। संज्ञा का उपयोग भाषाई संप्रेषण को स्पष्ट और प्रभावशाली बनाने में किया जाता है। हिंदी में संज्ञा के प्रमुख पाँच भेद होते हैं: व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun), जातिवाचक संज्ञा (Common Noun), भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun), समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun), और द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun)।

इन भेदों को समझने और उनके उपयोग को जानने से आप भाषा की बारीकियों को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। इस ब्लॉग में, संज्ञा के विभिन्न प्रकारों और उनके उदाहरणों पर विस्तृत जानकारी दी गई है। इसके अलावा, 70 से अधिक महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी शामिल किए गए हैं, जो संज्ञा से संबंधित आपके ज्ञान को बढ़ाने और आपकी तैयारी को सशक्त बनाने में मदद करेंगे। संज्ञा के इन पहलुओं को जानकर आप न केवल अपनी भाषा को बेहतर बना सकेंगे, बल्कि परीक्षा में भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

संज्ञा की परिभाषा

संज्ञा एक शब्दभेद है जो किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, विचार या गुण का नाम बताता है। यह किसी विशेष वस्तु या व्यक्ति की पहचान के लिए उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, ‘राम’, ‘गाय’, ‘भारत’, ‘पानी’, ‘सुख’, ‘ईमानदारी’ आदि संज्ञाएँ हैं। संज्ञा शब्दों को सामान्यतः व्यक्ति, वस्तु, स्थान, पशु, भाव, गुण, कार्य आदि के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। यह भाषा का एक महत्वपूर्ण घटक है जो हमें वस्तुओं और व्यक्तियों के बारे में संवाद करने में सक्षम बनाता है। संज्ञा के बिना भाषा में स्पष्टता और संप्रेषण में कठिनाई होती है।

संज्ञा वाक्य के 10 उदाहरण

यहाँ संज्ञा के 10 वाक्य दिए गए हैं:

  • राम पुस्तक पढ़ रहा है।
  • गाय खेत में चर रही है।
  • भारत एक महान देश है।
  • दिल्ली भारत की राजधानी है।
  • पानी जीवन के लिए आवश्यक है।
  • सूरज पूर्व से उगता है।
  • मिठाई बहुत स्वादिष्ट है।
  • पुस्तकालय में कई प्रकार की पुस्तकें हैं।
  • शिक्षक हमें शिक्षा देते हैं।
  • बच्चे पार्क में खेल रहे हैं।

संज्ञा के कितने भेद होते हैं?

संज्ञा के पाँच भेद होते हैं:

  1. व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun): यह किसी विशेष व्यक्ति, स्थान, या वस्तु का नाम बताती है।
  2. जातिवाचक संज्ञा (Common Noun): यह किसी पूरी जाति, वर्ग, या समूह का नाम बताती है।
  3. भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun): यह किसी भावना, गुण, या अवस्था का नाम बताती है।
  4. समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun): यह किसी समूह या समुदाय का नाम बताती है।
  5. द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun): यह किसी पदार्थ या सामग्री का नाम बताती है।

व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun in Hindi)

व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) वह संज्ञा होती है जो किसी विशेष व्यक्ति, स्थान, वस्तु, या संस्था का नाम बताती है। यह संज्ञाएँ हमेशा विशेष और व्यक्तिगत होती हैं, जैसे महात्मा गांधी, भारत, ताजमहल, और भारतीय रिजर्व बैंक। व्यक्तिवाचक संज्ञाएँ हमेशा बड़े अक्षर से शुरू होती हैं और किसी विशेष वस्तु या व्यक्ति को पहचानने में मदद करती हैं। यह संज्ञाएँ अन्य सामान्य संज्ञाओं से अलग होती हैं क्योंकि वे विशिष्ट नामों का उल्लेख करती हैं। व्यक्तिवाचक संज्ञाएँ भाषा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, क्योंकि वे हमें विशेष स्थानों, व्यक्तियों, और वस्तुओं के बारे में स्पष्ट रूप से संवाद करने में सक्षम बनाती हैं।

उदाहरण

यहाँ व्यक्तिवाचक संज्ञा के कुछ उदाहरण वाक्यों में दिए गए हैं:

  • राज स्कूल में अच्छा पढ़ाई करता है।
  • सिंह ने शानदार चित्रण किया।
  • गंगा नदी भारत की प्रमुख नदियों में से एक है।
  • ताजमहल भारत के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से है।
  • रवींद्रनाथ टैगोर ने साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • हिमा दास एथलेटिक्स में अपनी दक्षता के लिए प्रसिद्ध हैं।
  • दिल्ली भारत की राजधानी है।
  • सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के महान खिलाड़ी हैं।
  • लक्ष्मी ने अपनी कला से सबको प्रभावित किया।
  • दिवाली भारत का प्रमुख त्योहार है।

जातिवाचक संज्ञा (Common Noun in Hindi)

जातिवाचक संज्ञा (Common Noun) वह संज्ञा होती है जो किसी पूरी जाति, वर्ग, या समूह का नाम बताती है, न कि किसी विशेष व्यक्ति, स्थान, या वस्तु का। यह सामान्य नाम होते हैं जो एक ही प्रकार की वस्तुओं या व्यक्तियों को दर्शाते हैं। जातिवाचक संज्ञा किसी विशेषता के बजाय सामान्य पहचान देती है। उदाहरण के लिए, ‘आदमी’, ‘शहर’, ‘पुस्तक’, ‘गाय’, ‘मास्टर’ आदि जातिवाचक संज्ञाएँ हैं। ये शब्द किसी विशिष्ट व्यक्ति या स्थान को निर्दिष्ट नहीं करते, बल्कि एक सामान्य वर्ग या श्रेणी का प्रतिनिधित्व करते हैं। जातिवाचक संज्ञाएँ भाषा में सामान्य वस्तुओं और व्यक्तियों को पहचानने में मदद करती हैं।

उदाहरण

  • बच्चे पार्क में खेल रहे हैं।
  • कुत्ते सैर पर जा रहे हैं।
  • पुस्तकें अलमारी में रखी हैं।
  • पेड़ बगीचे में लगे हुए हैं।
  • फूल बगीचे को सजाते हैं।
  • गाड़ियों का जाम सड़क पर लग गया है।
  • शहर बहुत बड़ा है।
  • प्याले मेज पर रखे हैं।
  • चश्मे टेबल पर पड़े हैं।
  • खिलौने बच्चों के कमरे में बिखरे हुए हैं।

भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun in Hindi)

भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun) वह संज्ञा होती है जो किसी भावना, गुण, या अवस्था का नाम बताती है। यह संज्ञाएँ किसी भौतिक वस्तु या व्यक्ति की वास्तविकता को नहीं दर्शातीं, बल्कि मानसिक या भावनात्मक अवस्थाओं को व्यक्त करती हैं। उदाहरण के लिए, ‘खुशी’, ‘दुःख’, ‘सच्चाई’, ‘प्यर’, और ‘शांति’ जैसी संज्ञाएँ भाववाचक होती हैं। ये संज्ञाएँ हमें उन अनुभवों, भावनाओं, या गुणों के बारे में जानकारी देती हैं जिनका कोई ठोस रूप नहीं होता, लेकिन जो हमारे मानसिक और भावनात्मक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। भाववाचक संज्ञाएँ भाषा में सूक्ष्म और गहरे भावनात्मक अर्थ को व्यक्त करती हैं।

उदाहरण

यहाँ भाववाचक संज्ञा के कुछ उदाहरण वाक्यों में दिए गए हैं:

  • खुशी एक सकारात्मक भावना है।
  • दुःख जीवन की कठिनाइयों को दर्शाता है।
  • सच्चाई हमेशा महत्वपूर्ण होती है।
  • मित्रता रिश्तों को मजबूत बनाती है।
  • शांति मन को सुकून देती है।
  • सपना हमें भविष्य की आशाएँ दिखाता है।
  • ईमानदारी समाज में सम्मान अर्जित करती है।
  • अवसर जीवन की नई संभावनाओं को खोलता है।
  • दया दूसरों के प्रति सहानुभूति को दर्शाती है।
  • संगति व्यक्तित्व को बेहतर बनाती है।

भाववाचक संज्ञा बनाना

भाववाचक संज्ञा का निर्माण जातिवाचक संज्ञा, विशेषण, क्रिया, सर्वनाम और अन्य शब्दों से किया जाता है। इन संज्ञाओं को बनाने के लिए आमतौर पर शब्दों के अंत में “-पन”, “-त्वा”, “-ता”, “-ता”, “-ई”, जैसे प्रत्ययों का उपयोग किया जाता है। भाववाचक संज्ञाएँ निम्नलिखित प्रकार के शब्दों से बनती हैं:

  • जातिवाचक संज्ञा से
  • सर्वनाम से
  • विशेषण से
  • क्रिया से
  • अव्यय से

जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना

जातिवाचक संज्ञाभाववाचक संज्ञा
मास्टरमास्टरपण
डॉक्टरडॉक्टरपण
शिक्षकशिक्षकपण
छात्रछात्रपण

विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना

विशेषणभाववाचक संज्ञा
सुंदरसुंदरता
शक्तिशालीशक्ति
मधुरमधुरता
ईमानदारईमानदारी

क्रिया से भाववाचक संज्ञा बनाना

क्रियाभाववाचक संज्ञा
सीखनाशिक्षा
प्यारप्यार
सहायतासहायता
काम करनाकाम

संज्ञा से विशेषण बनाना

संज्ञाविशेषण
सूरजसूरजमुखी
नदीनदीमाँझ
संगीतसंगीतमय
रोटीरोटी का

क्रिया से विशेषण बनाना

क्रियाविशेषण
खेलनाखेलता
देखनादेखने योग्य
सिखानासिखाने वाला
पढ़नापढ़ने वाला

सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना

सर्वनामभाववाचक संज्ञा
मैंमैंपन
तुमतुमपन
हमहमपन
वहवहपन

क्रिया विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना

क्रिया विशेषणभाववाचक संज्ञा
ध्यानपूर्वकध्यानपूर्वकता
सच्चेसच्चाई
तेजी सेतेजी
धीरे-धीरेधीरे-धीरेपन

अव्यय से भाववाचक संज्ञा बनाना

अव्ययभाववाचक संज्ञा
सभीसार्वभौम
विलम्बविलम्बता
जल्दीजल्दीबाज़ी
कुछकुछपन

समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun)

समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun) वह संज्ञा होती है जो एक ही प्रकार के व्यक्तियों, वस्तुओं, या प्राणियों के समूह को एक साथ दर्शाती है। यह संज्ञा एकत्रित वस्तुओं या व्यक्तियों के समूह को एक एकल इकाई के रूप में प्रस्तुत करती है। जैसे ‘दल’, ‘फौज’, ‘मंडली’, ‘पुस्तकें’, और ‘गायें’ समूहवाचक संज्ञाएँ हैं। इन शब्दों का उपयोग समूह के एकत्रित रूप को व्यक्त करने के लिए किया जाता है, जिससे एक व्यापक और एकीकृत दृष्टिकोण मिलता है। समूहवाचक संज्ञाएँ भाषा में संक्षेप और स्पष्टता प्रदान करती हैं।

उदाहरण

यहाँ कुछ समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण दिए गए हैं:

  • फौज युद्ध के लिए तैयार है।
  • दल बैठक में शामिल हुआ।
  • मंडली ने संगीत का आनंद लिया।
  • कक्षा जल्दी शुरू होगी।
  • समिति ने योजना को मंजूरी दी।
  • फूलों की खुशबू सुगंधित है।
  • लोगों का हुजूम बाजार में था।
  • नौकाएँ समुद्र में तैर रही हैं।
  • गायों का झुंड चर रहा है।
  • पुस्तकें शेल्फ पर सजाई गई हैं।

द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun in Hindi)

द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun) वह संज्ञा होती है जो किसी पदार्थ या सामग्री का नाम देती है। यह संज्ञा उन वस्तुओं को दर्शाती है जो ठोस, तरल, या गैसीय रूप में मौजूद होती हैं, और जिनका उपयोग अन्य वस्तुओं के निर्माण में किया जाता है। उदाहरण के लिए, ‘सोना’, ‘चांदी’, ‘कपास’, ‘पानी’, और ‘गैस’ द्रव्यवाचक संज्ञाएँ हैं। इन संज्ञाओं के माध्यम से हम विभिन्न प्रकार की सामग्री को वर्गीकृत कर सकते हैं और उनके गुणधर्मों को समझ सकते हैं। द्रव्यवाचक संज्ञाएँ हमारे दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं के मूल तत्वों को पहचानने में मदद करती हैं।

उदाहरण

यहाँ कुछ द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण दिए गए हैं:

  • सोना एक मूल्यवान धातु है।
  • चांदी के आभूषण चमकदार होते हैं।
  • पानी जीवन के लिए आवश्यक है।
  • कपास कपड़े बनाने में उपयोगी है।
  • लकड़ी से फर्नीचर बनाया जाता है।
  • ताम्बा बिजली का अच्छा संवाहक है।
  • गैस रसोई में खाना पकाने के काम आती है।
  • रेजिन से विभिन्न सजावटी वस्तुएं बनाई जाती हैं।
  • अल्कोहल का उपयोग दवाइयों में होता है।
  • पैट्रोल वाहनों के ईंधन के रूप में प्रयोग होता है।

महत्वपूर्ण पॉइंट

  • संज्ञा का परिवर्तन: कभी-कभी एक ही शब्द संज्ञा के विभिन्न भेदों को दर्शा सकता है, यह वाक्य की संदर्भ और प्रयोग पर निर्भर करता है।
  • उदाहरण: “परिवार”: वाक्य में “देश का प्रत्येक परिवार खुशहाल है।” में “परिवार” शब्द समूहवाचक संज्ञा की तरह प्रतीत होता है, क्योंकि यह परिवारों के समूह को दर्शाता है। लेकिन यह वाक्य में जातिवाचक संज्ञा की तरह कार्य करता है, क्योंकि यहाँ यह संपूर्ण देश के परिवारों को दर्शाता है।
  • संज्ञा का निर्धारण: किसी शब्द की संज्ञा को पहचानने के लिए केवल परिभाषा पर निर्भर न रहकर, उस शब्द के वाक्य में प्रयोग और संदर्भ पर ध्यान देना आवश्यक है।
  • भेद की पहचान: जब एक ही नाम से अनेक व्यक्तियों को व्यक्त किया जाता है, तो वह व्यक्तिवाचक संज्ञा जातिवाचक संज्ञा में बदल सकती है।
  • वाक्य के संदर्भ का महत्व: किसी भी संज्ञा की सही पहचान के लिए वाक्य में उस शब्द के संदर्भ और प्रयोग पर ध्यान देना आवश्यक है, न कि केवल सामान्य परिभाषाओं पर।

संज्ञा (Noun) का हिंदी में प्रयोग

संज्ञा का उपयोग वाक्यों में व्यक्तियों, स्थानों, वस्तुओं, गुणों, और विचारों को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। हिंदी में संज्ञा के विभिन्न प्रकार होते हैं, जैसे व्यक्तिवाचक संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, भाववाचक संज्ञा, समूहवाचक संज्ञा, और द्रव्यवाचक संज्ञा। यहाँ उनके प्रयोग के कुछ उदाहरण दिए गए हैं:

व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun):

  • राम पुस्तक पढ़ रहा है।
  • दिल्ली एक बड़ा शहर है।
  • सुषमा स्कूल जा रही है।

जातिवाचक संज्ञा (Common Noun):

  • कुत्ता भौंक रहा है।
  • गाड़ी तेज चल रही है।
  • पुस्तक मेज़ पर रखी है।

भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun):

  • सच्चाई का महत्व समझाना चाहिए।
  • खुशी सभी के चेहरे पर थी।
  • समर्पण से काम करना चाहिए।

समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun):

  • फौज युद्ध के लिए तैयार है।
  • दल बैठक में शामिल हुआ।
  • मंडली ने संगीत का आनंद लिया।

द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun):

  • सोना एक कीमती धातु है।
  • पानी सभी जीवों के लिए आवश्यक है।
  • लकड़ी से फर्नीचर बनता है।

Noun in Hindi MCQs

नीचे दिए गए वाक्यों में से कौन सा व्यक्तिवाचक संज्ञा है?

A) पुस्तक
B) गाड़ी
C) दिल्ली
D) नदी

सही उत्तर: C) दिल्ली

‘खुशी’ किस प्रकार की संज्ञा है?

A) व्यक्तिवाचक संज्ञा
B) जातिवाचक संज्ञा
C) भाववाचक संज्ञा
D) समूहवाचक संज्ञा

सही उत्तर: C) भाववाचक संज्ञा

‘दल’ किस प्रकार की संज्ञा है?

A) द्रव्यवाचक संज्ञा
B) भाववाचक संज्ञा
C) समूहवाचक संज्ञा
D) जातिवाचक संज्ञा

सही उत्तर: C) समूहवाचक संज्ञा

‘सोना’ किस प्रकार की संज्ञा है?

A) द्रव्यवाचक संज्ञा
B) जातिवाचक संज्ञा
C) भाववाचक संज्ञा
D) व्यक्तिवाचक संज्ञा

सही उत्तर: A) द्रव्यवाचक संज्ञा

नीचे दिए गए वाक्यों में से कौन सा जातिवाचक संज्ञा है?

A) रवि
B) कुत्ता
C) दिल्ली
D) सोना

सही उत्तर: B) कुत्ता

‘सच्चाई’ किस प्रकार की संज्ञा है?

A) द्रव्यवाचक संज्ञा
B) व्यक्तिवाचक संज्ञा
C) भाववाचक संज्ञा
D) समूहवाचक संज्ञा

सही उत्तर: C) भाववाचक संज्ञा

‘वृक्षों’ का ‘वृक्ष’ किस प्रकार की संज्ञा है?

A) द्रव्यवाचक संज्ञा
B) जातिवाचक संज्ञा
C) समूहवाचक संज्ञा
D) भाववाचक संज्ञा

सही उत्तर: B) जातिवाचक संज्ञा

‘खिलाड़ी’ किस प्रकार की संज्ञा है?

A) व्यक्तिवाचक संज्ञा
B) द्रव्यवाचक संज्ञा
C) जातिवाचक संज्ञा
D) समूहवाचक संज्ञा

सही उत्तर: C) जातिवाचक संज्ञा

‘गायों’ का ‘गाय’ किस प्रकार की संज्ञा है?

A) समूहवाचक संज्ञा
B) द्रव्यवाचक संज्ञा
C) जातिवाचक संज्ञा
D) भाववाचक संज्ञा

सही उत्तर: C) जातिवाचक संज्ञा

‘संसार’ किस प्रकार की संज्ञा है?

A) द्रव्यवाचक संज्ञा
B) भाववाचक संज्ञा
C) समूहवाचक संज्ञा
D) जातिवाचक संज्ञा

सही उत्तर: C) समूहवाचक संज्ञा

30 संज्ञा आधारित प्रश्न उत्तर

संज्ञा क्या है?
उत्तर: संज्ञा वह शब्द है जो व्यक्ति, स्थान, वस्तु, गुण, या विचार को नामित करता है। उदाहरण: राम, दिल्ली, घर, खुशी।

व्यक्तिवाचक संज्ञा क्या है?
उत्तर: व्यक्तिवाचक संज्ञा वह संज्ञा है जो किसी विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु के नाम को दर्शाती है। उदाहरण: राहुल, मुम्बई, ताजमहल।

जातिवाचक संज्ञा क्या है?
उत्तर: जातिवाचक संज्ञा वह संज्ञा है जो किसी जाति, वर्ग या सामान्य वस्तु का नाम देती है। उदाहरण: आदमी, शहर, इमारत।

भाववाचक संज्ञा क्या है?
उत्तर: भाववाचक संज्ञा वह संज्ञा है जो किसी भाव, स्थिति या विचार का नाम देती है। उदाहरण: खुशी, दुःख, प्यार।

समूहवाचक संज्ञा क्या है?
उत्तर: समूहवाचक संज्ञा वह संज्ञा है जो किसी वस्तुओं या व्यक्तियों के समूह को दर्शाती है। उदाहरण: दल, मंडली, टीम।

द्रव्यवाचक संज्ञा क्या है?
उत्तर: द्रव्यवाचक संज्ञा वह संज्ञा है जो किसी धातु या द्रव पदार्थ का नाम देती है। उदाहरण: सोना, चांदी, पानी।

‘राम’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: राम व्यक्तिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह किसी विशेष व्यक्ति का नाम है।

‘कुत्ता’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: कुत्ता जातिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह किसी प्रजाति या वर्ग का नाम है।

‘सच्चाई’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: सच्चाई भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक भावना या गुण का नाम है।

‘फौज’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: फौज समूहवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक समूह का नाम है।

‘तांबा’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: तांबा द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक धातु का नाम है।

‘शेर’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: शेर जातिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक जानवर की प्रजाति का नाम है।

‘वो’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: ‘वो’ सर्वनाम है, संज्ञा नहीं है।

‘दिल्ली’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: दिल्ली व्यक्तिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक विशेष स्थान का नाम है।

‘संगीत’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: संगीत भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक कला और भावना का नाम है।

‘भ्रष्टाचार’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: भ्रष्टाचार भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक स्थिति या स्थिति का नाम है।

‘नौकाएँ’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: नौकाएँ समूहवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक समूह का नाम है।

‘पानी’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: पानी द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक तरल पदार्थ का नाम है।

‘गाय’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: गाय जातिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक प्रजाति का नाम है।

‘कक्षा’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: कक्षा समूहवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक स्थान पर छात्रों के समूह को दर्शाती है।

‘माँ’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: माँ जातिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह किसी व्यक्ति के रिश्ते का नाम है।

‘हवा’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: हवा द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक गैसीय पदार्थ का नाम है।

‘धन’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: धन भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक अमूर्त स्थिति या वस्तु का नाम है।

‘वीरता’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: वीरता भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक गुण का नाम है।

‘पुस्तकें’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: पुस्तकें समूहवाचक संज्ञा हैं क्योंकि यह वस्तुओं के समूह को दर्शाती हैं।

‘चाँदी’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: चाँदी द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक धातु का नाम है।

‘मंदिर’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: मंदिर जातिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक स्थान का नाम है।

‘प्यार’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: प्यार भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक भावना का नाम है।

‘वृक्ष’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: वृक्ष जातिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक प्रजाति का नाम है।

‘दल’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: दल समूहवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक समूह को दर्शाती है।

‘वातावरण’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: वातावरण द्रव्यवाचक संज्ञा नहीं है, यह एक भौगोलिक स्थिति का नाम है।

‘गण’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: गण समूहवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक समूह को दर्शाती है।

‘स्वतंत्रता’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: स्वतंत्रता भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक स्थिति या गुण का नाम है।

‘काँच’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: काँच द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक सामग्री का नाम है।

‘सपना’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: सपना भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक विचार या स्थिति का नाम है।

‘भोजन’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: भोजन द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक खाद्य पदार्थ का नाम है।

‘शिक्षक’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: शिक्षक जातिवाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक वर्ग या पेशे का नाम है।

‘जनता’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: जनता समूहवाचक संज्ञा है क्योंकि यह लोगों के समूह को दर्शाती है।

‘सृजन’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: सृजन भाववाचक संज्ञा है क्योंकि यह एक प्रक्रिया या स्थिति का नाम है।

‘संगठन’ किस प्रकार की संज्ञा है?
उत्तर: संगठन समूहवाचक संज्ञा है क्योंकि यह किसी समूह या संस्थान का नाम है।

वर्कशीट 

उपसर्ग और प्रत्यय: संज्ञा के साथ संबंधित परिभाषा

उपसर्ग वह तत्व होता है जो संज्ञा के पहले जुड़कर उसका अर्थ बदल देता है। यह संज्ञा को अधिक व्यापक या विशेष बनाने में मदद करता है।

उदाहरण:

  • अनुशासन – यहाँ ‘अनु-’ उपसर्ग संज्ञा ‘शासन’ के पहले जुड़कर इसे ‘बिना शासन के’ का अर्थ देता है।
  • अवसर – ‘अ’ उपसर्ग संज्ञा ‘सर’ के पहले जुड़कर इसे ‘समय’ का अर्थ देता है।
  • अवमानना – ‘अ’ उपसर्ग संज्ञा ‘मान’ के पहले जुड़कर इसे ‘बिना सम्मान’ का अर्थ देता है।
  • उत्कृष्टता – ‘उत्कृष्ट’ उपसर्ग संज्ञा ‘स्तरीयता’ के पहले जुड़कर इसे ‘अति-उच्च गुणवत्ता’ का अर्थ देता है।

प्रत्यय वह तत्व होता है जो संज्ञा के अंत में जुड़कर उसे विभिन्न भेदों में विभाजित करता है। यह संज्ञा के अर्थ में विविधता और अद्वितीयता लाता है।

उदाहरण:

  • कलावती – ‘कला’ संज्ञा में ‘-वती’ प्रत्यय जुड़ने से यह ‘जो कला रखता है’ का अर्थ प्राप्त करता है।
  • शिक्षक – ‘शिक्षा’ संज्ञा में ‘-क’ प्रत्यय जुड़ने से यह ‘शिक्षा देने वाला’ का अर्थ प्राप्त करता है।
  • साहित्यकार – ‘साहित्य’ संज्ञा में ‘-कार’ प्रत्यय जुड़ने से यह ‘साहित्य लिखने वाला’ का अर्थ प्राप्त करता है।
  • धर्मराज – ‘धर्म’ संज्ञा में ‘-राज’ प्रत्यय जुड़ने से यह ‘धर्म का राजा’ का अर्थ प्राप्त करता है।

आशा है कि आपको यह ब्लॉग “Sangya in Hindi” पसंद आया होगा। यदि आप कोट्स पर और ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं, तो iaspaper के साथ जुड़े रहें।

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