Pakshi Ka Paryayvachi Shabd – जानें उनके अर्थ और वाक्य में उपयोग

पक्षी के पर्यायवाची शब्द में शामिल हैं: पंछी, चिड़िया, परिंदा, पखेरू, विहग, गगनचर, नभचर, खेचर, दविज, अण्डज, पतंग, शकुत, खग, नीडज, और पाखी। यहां हम पक्षी के पर्यायवाची शब्दों की संख्या, ‘पक्षी’ शब्द का वाक्य में प्रयोग, और ‘प’ से शुरू होने वाले अन्य पर्यायवाची शब्दों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं?

पर्यायवाची शब्द उन शब्दों को कहा जाता है जिनका अर्थ समान या लगभग समान होता है। उदाहरण के लिए, “घर,” “आवास,” “निवास,” और “सदन” सभी पर्यायवाची शब्द हैं, क्योंकि इन सभी का मतलब एक ही प्रकार के स्थान से है।

Pakshi Ka Paryayvachi Shabd क्या है

पर्यायवाची शब्द
नभचरपंछी
खेचरचिड़िया
दविजपरिंदा
अण्डजपखेरू
शकुतविहग
खगगगनचर
नीडजनभचर
पाखी

पक्षी के पर्यायवाची शब्दों का वाक्य में प्रयोग 

यहाँ पक्षी के पर्यायवाची शब्दों का वाक्य में प्रयोग किया गया है:

  • पंछी: पंछी सुबह-सुबह चहचहा रहे थे, जिससे पूरे बगीचे में जीवन का अहसास हो रहा था।
  • चिड़िया: बगीचे में एक छोटी चिड़िया अपने घोंसले में चोंच भरकर अपने बच्चों को खाना दे रही थी।
  • परिंदा: वह परिंदा आसमान में उड़ रहा था और नीचे के दृश्य को देख रहा था।
  • पखेरू: पखेरू अपने रंग-बिरंगे पंखों के साथ झील के किनारे बैठा था।
  • विहग: आसमान में उड़ता विहग अपनी स्वतंत्रता का अनुभव कर रहा था।
  • गगनचर: गगनचर पक्षी ऊँचाई पर उड़ते हुए बादलों के बीच से निकल रहा था।
  • नभचर: नभचर पक्षियों के झुंड ने धूप में अपने पंख फैलाकर उड़ान भरी।
  • खेचर: खेत में एक खेचर पक्षी अन्न की तलाश में घूम रहा था।
  • दविज: दविज का अर्थ होता है जो अंडे से पैदा होता है, जैसे कि यह पक्षी।
  • अण्डज: अण्डज पक्षी अपने अंडों की रक्षा करते हुए दिखाई दे रहा था।
  • शकुत: शकुत के समूह ने अपने झुंड में उड़ान भरी।
  • खग: खग अपने प्यारे गीतों से सबको मंत्रमुग्ध कर रहा था।
  • नीडज: नीडज पक्षी अपने घोंसले में बच्चों की देखभाल कर रहा था।
  • पाखी: बाग में पाखी अपने साथी के साथ खेल रहा था।

प से शुरू होने वाले अन्य पर्यावाची शब्द 

शब्दपर्यायवाची शब्द
पढ़नाअभ्यास करना, याद करना, स्मरण करना, रटना, अध्ययन करना।
पताकाझंडा, ध्वज, निशान, वैजयन्ती, केतु, केतन।
पिताबाप, पितृ, जनक, अभिभावक, पिताजी।
पानीजल, नीर, तरल, अप, अमृत।
पत्नीदामिनी, जीवनसाथी, सहधर्मिणी, पत्नीजी।
पवित्रशुद्ध, निर्मल, दिव्य, पवित्रता, शुद्धता।
पलंगबिस्तर, शयनपर्ण, खाट, चारपाई, बिछौना।
प्रार्थनापूजा, विनती, निवेदन, साधना, आराधना।
पुस्तककिताब, ग्रंथ, लेख, दस्तावेज, पाठ्य पुस्तक।
पंखाहवा करने का उपकरण, चक्र, पंख, वायुकर, वायु यंत्र।
पर्वउत्सव, पर्वत, पर्विका, पर्वतारोहण, पर्वत श्रृंखला।
पराकाष्ठाचरम सीमा, उच्चतम स्तर, उत्कर्ष, समापन, अंतिम अवस्था।
परमअत्यधिक, सर्वोच्च, अनंत, सर्वोपरि, अनश्वर।
पत्रचिट्ठी, दस्तावेज, संप्रेषण, पत्रिका, बुलेटिन।
पदस्थान, आसन, स्थिति, दर्जा, स्तर।
पलायनभागना, विस्थापन, भगदड़, प्रवासन, चला जाना।
पतिपति, दामाद, स्वामी, जीवनसाथी, सहधर्मिणी।
पृष्ठपृष्ठ, पन्ना, पृष्ठभूमि, चादर, पृष्ठक।
प्रगतिविकास, उन्नति, तरक्की, प्रगति का मार्ग, बढ़ना।
पशुजानवर, जीव, प्राणी, पशु-पक्षी, जंतु।

आशा है कि आपको यह ब्लॉग “Pakshi Ka Paryayvachi Shabd” पसंद आया होगा। यदि आप कोट्स पर और ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं, तो iaspaper के साथ जुड़े रहें।

FAQs

पर्यायवाची शब्द क्या होते हैं?

पर्यायवाची शब्द वे शब्द होते हैं जिनका अर्थ समान या लगभग समान होता है।

पर्यायवाची शब्दों का उपयोग क्यों किया जाता है?

ये शब्द भाषा में विविधता लाते हैं और एक ही अर्थ को विभिन्न तरीकों से व्यक्त करने में मदद करते हैं।

क्या सभी शब्दों के पर्यायवाची होते हैं?

नहीं, सभी शब्दों के पर्यायवाची नहीं होते। कुछ शब्दों का विशेष अर्थ होता है और उनके पर्यायवाची नहीं मिलते।

क्या पर्यायवाची शब्दों का उपयोग वाक्य निर्माण में किया जा सकता है?

हाँ, पर्यायवाची शब्दों का उपयोग वाक्यों में किया जा सकता है, जिससे वाक्य की अर्थवत्ता बढ़ती है।

किसी शब्द के पर्यायवाची शब्दों को कैसे खोजें?

आप शब्दकोश, ऑनलाइन संसाधनों या भाषा संबंधी किताबों की मदद से पर्यायवाची शब्दों को खोज सकते हैं।

क्या पर्यायवाची शब्दों का उपयोग साहित्य में किया जाता है?

हाँ, साहित्य में पर्यायवाची शब्दों का उपयोग रचनात्मकता बढ़ाने और भावनाओं को बेहतर तरीके से व्यक्त करने के लिए किया जाता है।

पर्यायवाची शब्दों का चयन करते समय क्या ध्यान रखना चाहिए?

अर्थ, संदर्भ और वाक्य की संरचना के अनुसार सही पर्यायवाची शब्द का चयन करना चाहिए।

क्या किसी पर्यायवाची शब्द का प्रयोग सभी संदर्भों में किया जा सकता है?

नहीं, एक ही पर्यायवाची शब्द का प्रयोग विभिन्न संदर्भों में नहीं किया जा सकता। इसका अर्थ और उपयोग संदर्भ पर निर्भर करता है।

क्या पर्यायवाची शब्द हमेशा एक ही भावार्थ रखते हैं?

नहीं, कभी-कभी पर्यायवाची शब्दों के अर्थ में सूक्ष्म अंतर हो सकता है, जिससे उनका उपयोग संदर्भ के अनुसार बदलता है।

क्या पर्यायवाची शब्दों का उपयोग संवाद में किया जा सकता है?

हाँ, संवाद में पर्यायवाची शब्दों का उपयोग भाषा को अधिक रोचक और प्रभावी बनाने के लिए किया जा सकता है।

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