सिविल सेवा अधिकारी बनने का सपना देख रहे कैंडिडेट्स के लिए UPSC परीक्षा की तैयारी पर ध्यान देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही रणनीति और समय प्रबंधन के साथ तैयारी करने से परीक्षा को पार करना सरल हो सकता है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि UPSC की तैयारी कैसे करें और इस परीक्षा के लिए कौन-कौन सी किताबें सबसे प्रभावशाली हैं।
विवरण | जानकारी |
IAS एग्जाम कंडक्टिंग बॉडी | UPSC |
एग्जाम मोड | ऑफलाइन |
आयुसीमा | 21 से 32 साल |
योग्यता | किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन |
एग्जाम पैटर्न | प्रीलिम्स (MCQs), मेन्स (डिस्क्रिप्टिव पेपर) |
IAS एग्जाम- प्रीलिम्स 2024 | रविवार- 16 जून 2024 |
IAS एग्जाम- मेन्स 2024 | रविवार – 20 सितंबर 2024 से प्रारंभ |
ऑफिशियल वेबसाइट | upsc.gov.in |
UPSC क्या है?
UPSC, या संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission), भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण संवैधानिक निकाय है जो विभिन्न केंद्रीय सेवाओं के लिए भर्ती परीक्षाएं आयोजित करता है। इसमें शामिल हैं:
- सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) – भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), और अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए।
- सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के लिए परीक्षा (Examinations for Public Sector Enterprises) – जैसे कि भारतीय वन सेवा (IFS), भारतीय रेलवे सेवा (IRS), आदि।
- राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और अन्य परीक्षा – जो रक्षा बलों के लिए भर्ती करती हैं।
यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
UPSC की तैयारी एक समर्पित और संरचित प्रक्रिया है जिसमें सही दिशा और संसाधनों की आवश्यकता होती है। सबसे पहले, आपको UPSC के सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह से समझना होगा। सिलेबस के आधार पर, अपनी अध्ययन सामग्री का चयन करें, जिसमें NCERT की किताबें और अन्य मानक संदर्भ पुस्तकें शामिल हैं। दैनिक समाचार पत्र और मासिक पत्रिकाओं से समकालीन घटनाओं पर नज़र रखें। एक व्यवस्थित अध्ययन योजना बनाएं जिसमें दैनिक और साप्ताहिक लक्ष्यों का निर्धारण हो।
नोट्स बनाना और फ्लैशकार्ड्स का उपयोग महत्वपूर्ण बिंदुओं को याद रखने में सहायक हो सकता है। मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करने से आपको परीक्षा के पैटर्न और कठिनाई स्तर का अंदाजा लगेगा। अपनी स्वस्थ जीवनशैली का ध्यान रखें, जिसमें नियमित व्यायाम, सही आहार और पर्याप्त नींद शामिल हैं। समूह अध्ययन और मेंटर्स से सलाह लेकर भी लाभ प्राप्त किया जा सकता है। अंततः, समय प्रबंधन और अनुशासन की मदद से आप अपने अध्ययन को प्रभावी बना सकते हैं और UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
कोचिंग के बिना यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
कोचिंग के बिना UPSC की तैयारी करने के लिए एक आत्म-निर्देशित और व्यवस्थित दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं जिनकी मदद से आप प्रभावी ढंग से तैयारी कर सकते हैं:
सिलेबस और परीक्षा पैटर्न का अध्ययन
- सिलेबस: UPSC के सिलेबस को ध्यान से पढ़ें और समझें। यह जानना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक पेपर में क्या-क्या टॉपिक्स शामिल हैं।
- परीक्षा पैटर्न: प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा का पैटर्न समझें। यह जानें कि प्रीलिम्स में दो पेपर होते हैं और मेंस में नौ पेपर होते हैं, जिनमें से कुछ वैकल्पिक होते हैं।
स्वतंत्र अध्ययन के लिए संसाधन
- मुख्य पुस्तकें: NCERT की किताबें, ‘मोनोकल’ जैसी मानक किताबें (जैसे M. Laxmikanth की ‘Indian Polity’, ‘Certificate Physical and Human Geography’ आदि) का उपयोग करें।
- समाचार पत्र और पत्रिकाएं: दैनिक समाचार पत्र (जैसे The Hindu, Indian Express) और मासिक पत्रिकाएं (जैसे Yojana, Kurukshetra) पढ़ें।
अध्ययन योजना और समय सारणी
- समय-सारणी: एक नियमित और व्यावसायिक अध्ययन समय-सारणी तैयार करें। इसमें हर विषय के लिए विशेष समय निर्धारित करें और इसे पालन करें।
- लक्ष्य निर्धारण: छोटे और यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने की दिशा में काम करें।
नोट्स बनाना और संशोधन
- नोट्स: महत्वपूर्ण बिंदुओं और तथ्यों के संक्षिप्त नोट्स बनाएं। इससे आपको Revision के समय में आसानी होगी।
- संशोधन: नियमित रूप से अपने नोट्स और पढ़ाई का संशोधन करें ताकि आपको याद रखने में मदद मिले।
मॉक टेस्ट और प्रश्न पत्र हल करना
- मॉक टेस्ट: नियमित रूप से मॉक टेस्ट लें और अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करें। इससे आपको अपनी कमजोरियों और ताकत का पता चलेगा।
- पिछले प्रश्न पत्र: पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें ताकि आप परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार को समझ सकें।
समाचार और समकालीन घटनाएं
- समकालीन घटनाएं: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचारों पर नज़र रखें और समझें कि ये कैसे UPSC के प्रश्नों से जुड़े हो सकते हैं।
स्वस्थ जीवनशैली
- स्वास्थ्य: नियमित व्यायाम करें, स्वस्थ आहार लें, और पर्याप्त नींद लें। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों ही आवश्यक हैं।
ऑनलाइन संसाधन और सामुदायिक सहायता
- ऑनलाइन संसाधन: YouTube पर UPSC से संबंधित वीडियो, मुफ्त ऑनलाइन कोर्स, और ब्लॉग्स का उपयोग करें। कई विशेषज्ञ और पूर्व UPSC परीक्षार्थी मुफ्त सामग्री और सुझाव प्रदान करते हैं।
- समुदाय: UPSC की तैयारी करने वाले अन्य उम्मीदवारों के साथ जुड़ें और विचार-विमर्श करें। यह आपको प्रेरित करने और नई जानकारी प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
घर बैठे यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
सिलेबस को समझें: सबसे पहले परीक्षा का सिलेबस ध्यान से पढ़ें और समझें।
- धीरे-धीरे पढ़ाई शुरू करें: शुरुआत में थोड़ा पढ़ें और बाद में अधिक समय दें।
- व्यवस्थित शेड्यूल बनाएं: एक ठोस और व्यवस्थित टाइमटेबल तैयार करें।
- करेंट अफेयर्स पर ध्यान दें: मासिक पत्रिकाएँ पढ़ें जो समसामयिक घटनाओं पर केंद्रित हों।
- समाचार पत्र पढ़ें: IAS की तैयारी के लिए नियमित रूप से प्रमुख समाचार पत्रों का अध्ययन करें।
- सरकारी प्रकाशन पढ़ें: सरकारी प्रकाशनों का उपयोग करें जो परीक्षा के लिए उपयोगी होते हैं।
- एनसीईआरटी पुस्तकें पढ़ें: NCERT की किताबें शुरू से अंत तक पढ़ें, खासकर बेसिक विषयों के लिए।
- मॉक टेस्ट लें: नियमित रूप से मॉक टेस्ट लें और अपनी तैयारी का मूल्यांकन करें।
- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें: पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें।
- ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करें: UPSC से संबंधित मुफ्त ऑनलाइन कोर्स, वीडियो लेक्चर और ब्लॉग्स का लाभ उठाएं।
- समय प्रबंधन में दक्षता प्राप्त करें: पढ़ाई और विश्राम के बीच संतुलन बनाएं।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: नियमित व्यायाम, उचित आहार और पर्याप्त नींद पर ध्यान दें।
- नोट्स बनाएं: महत्वपूर्ण बिंदुओं के संक्षिप्त नोट्स तैयार करें।
- समुदाय और ग्रुप्स में शामिल हों: UPSC की तैयारी करने वाले अन्य उम्मीदवारों के साथ जुड़ें और विचार-विमर्श करें।
- विचार और आत्ममूल्यांकन: समय-समय पर अपनी तैयारी की समीक्षा करें और आवश्यक सुधार करें।
10वीं के बाद यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
10वीं के बाद यूपीएससी की तैयारी कैसे करें:
- परीक्षा की जानकारी प्राप्त करें: सबसे पहले UPSC परीक्षा की पूरी जानकारी प्राप्त करें, जिसमें परीक्षा पैटर्न और संरचना शामिल है।
- सिलेबस को समझें: UPSC परीक्षा में आने वाले सिलेबस को अच्छे से समझें और प्रमुख विषयों की पहचान करें।
- रणनीति और अध्ययन सामग्री इकट्ठा करें: एक ठोस अध्ययन योजना बनाएं और आवश्यक अध्ययन सामग्री, जैसे कि किताबें और ऑनलाइन संसाधन, एकत्रित करें।
- एकाग्रता के साथ पढ़ाई करें: पढ़ाई के दौरान पूर्ण ध्यान और एकाग्रता बनाए रखें ताकि आप विषय को बेहतर ढंग से समझ सकें।
- लेखन कौशल पर ध्यान दें: पढ़ाई के साथ-साथ नियमित रूप से लेखन अभ्यास करें, जैसे कि निबंध और उत्तर लेखन।
- मॉक टेस्ट लें: बार-बार मॉक टेस्ट दें ताकि आप अपनी तैयारी का मूल्यांकन कर सकें और सुधार कर सकें।
- समाचार पत्र और मैगज़ीन पढ़ें: रोज़ाना समाचार पत्र और समसामयिक घटनाओं पर आधारित मैगज़ीन पढ़ें ताकि आपको वर्तमान घटनाओं की जानकारी हो।
- समय-सारणी तैयार करें: एक व्यवस्थित समय-सारणी बनाएं और उसका पालन करें ताकि आप सभी विषयों को समान महत्व दे सकें।
- ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करें: UPSC से संबंधित मुफ्त ऑनलाइन कोर्स और वीडियो लेक्चर का लाभ उठाएं।
- विज्ञान और गणित पर ध्यान दें: गणित और विज्ञान के बुनियादी अवधारणाओं को मजबूत करें, जो परीक्षा के विभिन्न हिस्सों में मददगार हो सकते हैं।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, और पर्याप्त नींद का ध्यान रखें ताकि आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें।
- समुदाय और फोरम्स में शामिल हों: UPSC की तैयारी कर रहे अन्य छात्रों के साथ संवाद करें और अनुभव साझा करें।
12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें?
सही रणनीति बनाएं: एक ठोस और व्यावसायिक रणनीति तैयार करें जो आपकी तैयारी को व्यवस्थित और प्रभावी बनाए।
- ग्रेजुएशन में विषय का चयन: अपने पसंदीदा और UPSC के सिलेबस से संबंधित विषय में ग्रेजुएशन करें।
- UPSC का सिलेबस देखें: UPSC परीक्षा का सिलेबस अच्छी तरह से अध्ययन करें और समझें कि किन विषयों पर ध्यान देना है।
- टाइम टेबल बनाएं: एक व्यवस्थित और सुसंगठित टाइम टेबल तैयार करें और उसे अनुसरण करें।
- करंट अफेयर्स और न्यूजपेपर: रोज़ाना समाचार पत्र पढ़ें और समसामयिक घटनाओं पर ध्यान दें।
- बजट एनालिसिस: हर वर्ष आने वाले बजट का विश्लेषण करें और समझें कि यह UPSC परीक्षा में कैसे उपयोगी हो सकता है।
- NCERT किताबें पढ़ें: NCERT की किताबों से प्रारंभ करें, विशेष रूप से 6वीं से 12वीं कक्षा तक की किताबें।
- रोज़ाना पढ़ाई करें: दिन में 4-5 घंटे पढ़ाई करें, जिससे आपकी तैयारी लगातार बनी रहे।
- लिखना शुरू करें: नियमित रूप से निबंध और उत्तर लेखन का अभ्यास करें।
- शॉर्ट नोट्स बनाएं: महत्वपूर्ण बिंदुओं और अवधारणाओं के संक्षिप्त नोट्स तैयार करें।
- मॉक टेस्ट दें: नियमित रूप से मॉक टेस्ट लें और अपनी तैयारी का मूल्यांकन करें।
- पिछले वर्षों के पेपर हल करें: UPSC के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें ताकि आप परीक्षा के पैटर्न को समझ सकें।
- आत्म-मूल्यांकन करें: समय-समय पर अपनी तैयारी की समीक्षा करें और आवश्यक सुधार करें।
- समुदाय और फोरम्स में शामिल हों: अन्य UPSC उम्मीदवारों के साथ बातचीत करें और विचार-विमर्श करें।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, और पर्याप्त नींद पर ध्यान दें ताकि आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें।
- उत्साह बनाए रखें: अपनी तैयारी में निरंतर उत्साह और प्रेरणा बनाए रखें, और परीक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखें।
- टेक्नोलॉजी का लाभ उठाएं: ऑनलाइन शैक्षणिक प्लेटफॉर्म, ऐप्स, और डिजिटल सामग्री का उपयोग करें।
- समय प्रबंधन कौशल विकसित करें: अध्ययन और विश्राम के बीच संतुलन बनाए रखें और प्रभावी समय प्रबंधन के साथ काम करें।
यूपीएससी की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स क्या हैं?
विषय | पुस्तक का नाम | लेखक/प्रकाशक |
भारतीय राजनीति | Indian Polity | M. Laxmikanth |
भारतीय इतिहास | A Brief History of Modern India | Rajiv Ahir |
Ancient India | RS Sharma | |
Medieval India | Satish Chandra | |
भूगोल | Certificate Physical and Human Geography | G.C. Leong |
Indian and World Geography | Majid Husain | |
आर्थशास्त्र | Indian Economy | Ramesh Singh |
Economic Survey | (वर्तमान साल का) | |
समसामयिक घटनाएँ | Manorama Yearbook | (वर्तमान वर्ष का) |
दैनिक समाचार पत्र | (जैसे, The Hindu, The Indian Express) | |
NCERT किताबें | कक्षा 6-12 तक की NCERT Textbooks (History, Geography, Polity, Economy) | NCERT |
सामान्य अध्ययन मॉक टेस्ट | UPSC Previous Years’ Papers | विभिन्न प्रकाशक |
सामान्य अध्ययन (मेन्स) | General Studies Paper 1, 2, 3, 4 | विभिन्न लेखक |
निबंध लेखन | Essays for IAS Mains | G. C. Leong |
वैकल्पिक विषय | संबंधित वैकल्पिक विषय की प्रमुख किताबें | विषय-विशिष्ट लेखक |
साक्षात्कार | The Civil Services Interview: The Definitive Guide | J.S. Rajput |
यूपीएससी की तैयारी के लिए स्टडी मटेरियल
UPSC की तैयारी के लिए सही स्टडी मटेरियल का चयन आपकी सफलता की कुंजी हो सकता है। यहां कुछ प्रमुख स्टडी मटेरियल का विवरण दिया गया है जो UPSC प्रीलिम्स और मेन्स दोनों परीक्षाओं के लिए मददगार साबित हो सकते हैं:
महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज़ और रिपोर्ट्स:
- दूसरी एआरसी रिपोर्ट: प्रशासनिक सुधार आयोग (Administrative Reforms Commission) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट, जो प्रशासनिक सुधारों पर फोकस करती है।
- आर्थिक सर्वेक्षण (नवीनतम): भारत सरकार द्वारा प्रकाशित, यह देश की आर्थिक स्थिति का विश्लेषण करता है।
- बजट (नवीनतम): वार्षिक वित्तीय योजना, जिसमें सरकार की राजस्व और व्यय की जानकारी होती है।
- वित्त आयोग की रिपोर्ट (नवीनतम): भारत के वित्तीय संबंधों के बारे में जानकारी।
- केंद्रीय मंत्रालयों द्वारा वार्षिक रिपोर्ट: विभिन्न मंत्रालयों की उपलब्धियों और योजनाओं पर विस्तृत रिपोर्ट।
करंट अफेयर्स और समाचार स्रोत:
- द हिंदू अख़बार: प्रमुख राष्ट्रीय समाचारपत्र, जो करंट अफेयर्स, संपादकीय और विश्लेषण के लिए जाना जाता है।
- योजना पत्रिका: योजना आयोग (अब नीति आयोग) द्वारा प्रकाशित, यह सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर फोकस करती है।
- प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) विज्ञप्ति: सरकार की आधिकारिक घोषणाओं और नीतियों की जानकारी।
- नीति आयोग एक्शन एजेंडा: नीति आयोग की रिपोर्ट, जो विकास की दिशा में सरकार की योजनाओं और क्रियाकलापों का विस्तृत विवरण देती है।
अन्य सहायक सामग्री:
- NCERT किताबें (कक्षा 6-12): विभिन्न विषयों की बुनियादी जानकारी के लिए।
- मॉक टेस्ट: तैयारी का आकलन करने और परीक्षा पैटर्न को समझने के लिए।
- ऑनलाइन स्रोत: PIB, राज्यसभा टीवी, लोकसभा टीवी, और अन्य शैक्षिक प्लेटफार्म्स (जैसे, Unacademy, Byju’s) के वीडियो लेक्चर्स और नोट्स।
विषय-विशिष्ट पुस्तकें:
- भारतीय राजनीति: M. Laxmikanth द्वारा Indian Polity।
- भारतीय इतिहास: Rajiv Ahir की A Brief History of Modern India और RS Sharma की Ancient India।
- भूगोल: G.C. Leong की Certificate Physical and Human Geography।
UPSC प्रीलिम्स के लिए एग्जाम पैटर्न क्या है?
पेपर | विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक | समय अवधि | नेगेटिव मार्किंग | टिप्पणी |
पेपर I | सामान्य अध्ययन (General Studies) | 100 | 200 | 2 घंटे | प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक कटते हैं | मेरिट के लिए महत्वपूर्ण |
पेपर II | सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षा (Civil Services Aptitude Test – CSAT) | 80 | 200 | 2 घंटे | प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक कटते हैं | केवल क्वालिफाइंग (33% न्यूनतम अंक जरूरी) |
कुल अंक | – | 180 | 400 | – | – | पेपर I के अंक मेरिट में गिने जाते हैं |
मुख्य बिंदु:
- भाषा: प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होता है।
- नेगेटिव मार्किंग: गलत उत्तर देने पर अंक काटे जाते हैं, लेकिन छोड़े गए प्रश्नों पर कोई अंक नहीं काटा जाता।
- पात्रता: पेपर II में 33% अंक लाना आवश्यक है; यह क्वालिफाइंग नेचर का है।
UPSC मेंस के लिए एग्जाम पैटर्न क्या है?
UPSC मेंस परीक्षा का पैटर्न विस्तृत और विशेषीकृत होता है। इसमें कुल 9 पेपर होते हैं, जिनमें से 7 पेपर मेरिट के लिए गिने जाते हैं और 2 पेपर क्वालिफाइंग नेचर के होते हैं। नीचे UPSC मेंस परीक्षा के एग्जाम पैटर्न की जानकारी दी गई है:
पेपर | विषय | अंक | समय अवधि | टिप्पणी |
पेपर A | अनिवार्य भारतीय भाषा (किसी एक भारतीय भाषा में) | 300 | 3 घंटे | क्वालिफाइंग (33% न्यूनतम अंक जरूरी) |
पेपर B | अंग्रेजी (English) | 300 | 3 घंटे | क्वालिफाइंग (33% न्यूनतम अंक जरूरी) |
पेपर I | निबंध (Essay) | 250 | 3 घंटे | मेरिट में शामिल |
पेपर II | सामान्य अध्ययन I (GS I) | 250 | 3 घंटे | मेरिट में शामिल |
पेपर III | सामान्य अध्ययन II (GS II) | 250 | 3 घंटे | मेरिट में शामिल |
पेपर IV | सामान्य अध्ययन III (GS III) | 250 | 3 घंटे | मेरिट में शामिल |
पेपर V | सामान्य अध्ययन IV (GS IV) | 250 | 3 घंटे | मेरिट में शामिल |
पेपर VI | वैकल्पिक विषय पेपर I (Optional Subject I) | 250 | 3 घंटे | मेरिट में शामिल |
पेपर VII | वैकल्पिक विषय पेपर II (Optional Subject II) | 250 | 3 घंटे | मेरिट में शामिल |
मुख्य बिंदु:
- कुल अंक (मेरिट के लिए): 1750 अंक (पेपर I से पेपर VII तक)।
- कुल क्वालिफाइंग अंक: 600 अंक (पेपर A और पेपर B)।
- वैकल्पिक विषय: उम्मीदवार को अपनी पसंद का एक वैकल्पिक विषय चुनना होता है, जिसके 2 पेपर होते हैं।
- क्वालिफाइंग पेपर: पेपर A और पेपर B में कम से कम 25% (300 में से 75 अंक) प्राप्त करने होते हैं।
- इंटरव्यू (पर्सनैलिटी टेस्ट): मेंस परीक्षा के बाद 275 अंकों का इंटरव्यू होता है, जिसे मिलाकर कुल 2025 अंकों पर उम्मीदवार की मेरिट निर्धारित की जाती है।
यूपीएससी के लिए योग्यता क्या है?
शैक्षणिक योग्यता:
- उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (बैचलर डिग्री) की डिग्री होनी चाहिए।
- जो उम्मीदवार अपने स्नातक के अंतिम वर्ष में हैं, वे भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें इंटरव्यू से पहले अपनी डिग्री पूरी करनी होगी।
आयु सीमा:
- सामान्य श्रेणी: 21 से 32 वर्ष।
- OBC: 21 से 35 वर्ष (3 वर्ष की छूट)।
- SC/ST: 21 से 37 वर्ष (5 वर्ष की छूट)।
- विकलांग उम्मीदवार (PWD): 10 वर्ष की अतिरिक्त छूट (सभी श्रेणियों के लिए)।
- आयु की गणना 1 अगस्त को की जाती है, जिस वर्ष में परीक्षा आयोजित होती है।
राष्ट्रीयता:
- IAS और IPS के लिए: भारतीय नागरिक होना आवश्यक है।
- अन्य सेवाओं के लिए: भारतीय नागरिक, या नेपाल, भूटान का नागरिक, या तिब्बत से आए शरणार्थी जो स्थायी रूप से भारत में बस गए हों, या भारतीय मूल का व्यक्ति जो पाकिस्तान, बर्मा, श्रीलंका, केन्या, युगांडा, तंजानिया, जाम्बिया, मलावी, जायर, इथियोपिया या वियतनाम से आया हो और भारत में स्थायी रूप से निवास कर रहा हो।
प्रयासों की सीमा:
- सामान्य श्रेणी: अधिकतम 6 प्रयास।
- OBC: अधिकतम 9 प्रयास।
- SC/ST: कोई सीमा नहीं (उम्र सीमा के भीतर)।
- PWD (सामान्य और OBC): अधिकतम 9 प्रयास।
- PWD (SC/ST): कोई सीमा नहीं (उम्र सीमा के भीतर)।
शारीरिक मानक:
- UPSC सिविल सेवा के कुछ पदों के लिए शारीरिक और चिकित्सीय मानक निर्धारित होते हैं, जिन्हें उम्मीदवारों को पूरा करना होता है।
यूपीएससी के चरण
- प्रीलिम्स
- मेन परीक्षा
- इंटरव्यू (साक्षात्कार)
प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
- पेपर I: सामान्य अध्ययन (General Studies) – 200 अंक
- पेपर II: सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षा (Civil Services Aptitude Test – CSAT) – 200 अंक
- प्रकृति: वस्तुनिष्ठ (Objective) प्रकार के प्रश्न, जिसमें नेगेटिव मार्किंग होती है।
- उद्देश्य: प्रारंभिक परीक्षा केवल स्क्रीनिंग टेस्ट होती है। इसके अंक मेरिट में नहीं गिने जाते।
- क्वालिफाइंग मार्क्स: पेपर II में कम से कम 33% अंक लाना अनिवार्य है।
मुख्य परीक्षा (Main Exam)
- पेपर A: एक भारतीय भाषा (300 अंक) – क्वालिफाइंग पेपर
- पेपर B: अंग्रेजी (300 अंक) – क्वालिफाइंग पेपर
- पेपर I: निबंध (Essay) – 250 अंक
- पेपर II: सामान्य अध्ययन I (GS I) – 250 अंक
- पेपर III: सामान्य अध्ययन II (GS II) – 250 अंक
- पेपर IV: सामान्य अध्ययन III (GS III) – 250 अंक
- पेपर V: सामान्य अध्ययन IV (GS IV) – 250 अंक
- पेपर VI: वैकल्पिक विषय पेपर I (Optional Subject Paper I) – 250 अंक
- पेपर VII: वैकल्पिक विषय पेपर II (Optional Subject Paper II) – 250 अंक
- प्रकृति: वर्णनात्मक (Descriptive) प्रकार के प्रश्न।
- उद्देश्य: मुख्य परीक्षा के अंक मेरिट सूची में जोड़े जाते हैं। इसमें उम्मीदवारों के ज्ञान और विश्लेषणात्मक क्षमता का परीक्षण होता है।
व्यक्तित्व परीक्षण (Interview/Personality Test)
- अंक: 275 अंक
- उद्देश्य: उम्मीदवार की व्यक्तिगत उपस्थिति, व्यक्तित्व, निर्णय क्षमता, और नेतृत्व गुणों का आकलन करना।
- कुल अंक: मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के अंकों को जोड़कर अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाती है। (मुख्य परीक्षा के 1750 अंक + साक्षात्कार के 275 अंक = कुल 2025 अंक)
यूपीएससी में जॉब प्रोफाइल्स क्या हैं
UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के माध्यम से चयनित उम्मीदवारों को विभिन्न प्रतिष्ठित पदों पर नियुक्त किया जाता है। यहां कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स का विवरण दिया गया है:
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
- कार्य: नीतियों का निर्माण और कार्यान्वयन, जिला और राज्य स्तर पर प्रशासनिक कार्य, विकास योजनाओं की निगरानी।
- प्रोफाइल: जिलाधिकारी (DM), मुख्य सचिव (CS), विभागीय सचिव, आदि।
भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
- कार्य: कानून और व्यवस्था बनाए रखना, अपराध नियंत्रण, आतंकवाद विरोधी कार्य।
- प्रोफाइल: पुलिस अधीक्षक (SP), पुलिस महानिरीक्षक (IG), पुलिस आयुक्त, आदि।
भारतीय विदेश सेवा (IFS)
- कार्य: भारत के विदेशी संबंधों का प्रबंधन, दूतावासों में प्रतिनिधित्व, अंतरराष्ट्रीय संधियों और वार्ताओं का संचालन।
- प्रोफाइल: दूतावास अधिकारी, काउंसल जनरल, स्थायी प्रतिनिधि, आदि।
भारतीय राजस्व सेवा (IRS)
- कार्य: कर संग्रहण, आयकर और सीमा शुल्क का प्रबंधन, कर धोखाधड़ी की रोकथाम।
- प्रोफाइल: आयकर आयुक्त, सीमा शुल्क आयुक्त, केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिकारी, आदि।
भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा (IA&AS)
- कार्य: सरकारी खातों का ऑडिट, सरकारी व्यय की निगरानी।
- प्रोफाइल: लेखा महानियंत्रक (CAG), लेखा परीक्षक, आदि।
भारतीय सूचना सेवा (IIS)
- कार्य: सरकारी सूचना, जनसंपर्क, और मीडिया संपर्क का प्रबंधन।
- प्रोफाइल: प्रसार भारती, प्रेस सूचना ब्यूरो, सूचना और प्रसारण मंत्रालय में कार्य।
भारतीय डाक सेवा (IPoS)
- कार्य: डाक और तार सेवाओं का प्रबंधन, डाक नीतियों का कार्यान्वयन।
- प्रोफाइल: डाकघर के महाप्रबंधक, पोस्टमास्टर जनरल, आदि।
भारतीय वन सेवा (IFoS)
- कार्य: वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, वन नीतियों का कार्यान्वयन।
- प्रोफाइल: वन संरक्षक, वन अधिकारी, आदि।
भारतीय कार्मिक सेवा (IRPS)
- कार्य: रेलवे में कार्मिक प्रबंधन, मानव संसाधन विकास, रेलवे सेवाओं की योजना और कार्यान्वयन।
- प्रोफाइल: रेलवे कार्मिक अधिकारी, मुख्य कार्मिक अधिकारी, आदि।
भारतीय रेलवे सेवा (IRAS, IRSE, IRSS आदि)
- कार्य: रेलवे के विभिन्न विभागों का प्रबंधन, जैसे लेखा, इंजीनियरिंग, भंडारण, आदि।
- प्रोफाइल: रेलवे में विभिन्न वरिष्ठ प्रबंधन पद।
भारतीय डिफेंस एस्टेट सर्विस (IDES)
- कार्य: रक्षा सम्पत्ति और भूमि का प्रबंधन।
- प्रोफाइल: रक्षा संपदा अधिकारी, रक्षा संपदा महानिदेशक, आदि।
भारतीय व्यापार सेवा (ITS)
- कार्य: भारत के व्यापार और वाणिज्य नीति का प्रबंधन, वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देना।
- प्रोफाइल: व्यापार नीति अधिकारी, वाणिज्य सलाहकार, आदि।
आशा है कि आपको यह ब्लॉग “UPSC ki taiyari kaise kare” पसंद आया होगा। यदि आप कोट्स पर और ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं, तो iaspaper के साथ जुड़े रहें।